एक सफल व्यक्ति बनने के लिए एकाग्रता का होना अत्यंत आवश्यक है | हमारी इंद्रियां बहुत आसानी से ध्यान भटकाने वाली चीजों की ओर आकर्षित होती हैं जिसके कारण एकाग्रता भंग हो जाती है। पढ़ने-लिखने के दौरान, कुछ क्रिएटिव सोचने के दौरान, काम के दौरान दिमाग का एक जगह पर केंद्रित न होना ही ध्यान भटकना कहा जाता है। इसे एकाग्रता (Concentration) भी कहते हैं। जीवन के प्रत्येक क्षण में आपको एकाग्रता की आवश्यकता पड़ती है|जीवन का कोई भी साधारण सा कार्य बिना एकाग्रता के नहीं कर सकते फिर चाहे वह ईश्वर की साधना हो, साइंस का कोई परीक्षण हो,पढ़ाई में ध्यान लगाना हो या रसोई में खाना पकाना | एकाग्रता हम सभी के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि एकाग्रता के बिना आप कोई भी कार्य पूर्ण रूप से नहीं कर सकते और कर भी लेते हैं तो आपको संतुष्टि तो कदापि नहीं मिलेगी| में कुछ उपाय बताती हुं जो मन को एक कार्य की ओर एकाग्रित करने में आपकी सहायता करेंगे क्योंकि एकाग्रता ही मनुष्य को सफलता तक पहुंचाती है |
गहरी नींद
आराम करने के बाद व्यक्ति का मस्तिष्क अधिक कारगर तरीके से काम करने लगता है। औसत दर्जे का शारीरिक श्रम करने वालों के लिए एक दिन ( 24 घंटे) में 7 – 8 घंटों की नींद पर्याप्त होती है।बहुत अधिक सोने से एकाग्रता शक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। दिमाग के शांत होने के लिए आपको सही समय पर, सही मात्रा में नींद लेनी होगी। रेगुलर एक ही टाइम होना चाहिए नींद का, और नींद न तो ज्यादा और न ही कम होनी चाहिए।
छोटा ब्रेक
काम करने के दौरान या पढ़ाई करते समय छोटे ब्रेक लें या 10 से 20 मिनट की नींद ले लें।आमतौर पे 50 मिनट काम के बाद एक 10 मिनट का ब्रेक ले सकते है। हाँ मगर ध्यान रहे 15 मिनट से ज़्यादा नहीं वर्ण आप दोबारा काम करने का इच्छा ही खो देंगे। इस 15 मिनट में आप फ़ोन या TV न देखे तो बेहतर है। कुछ ऐसा करे जो की आपको मोटीवेट करे। जैसे की आप कुछ गाने सुन सकते है, या कुछ किताब पड़ सकते है।ऐसा करने से मस्तिष्क तरोताजा हो जाएगा और एकाग्रता शक्ति भी बढ़ेगी।
अपने पीक टाइम को समझे
हम सब का एक अलग पढने का काम करने का तरीका और समय होता है। कुछ लोग सुबह के समय पढते हैं या अपने कार्य में अच्छे होते हैं तो कुछ लोग रात के समय अच्छा पढने में मन लगाते हैं।आप को अपने को समझना होगा की आपका दिमाग कब ज्यादा पढने का मन कर रहा है रात को या दिन के समय। सही समय में ही सही कार्य करने को ही सफलता कहते हैं।
सकारात्मक सोचें
मन में ऐसे विचार ना आने दें कि आप खुद को एकाग्र नहीं कर सकते। इससे दिमाग़ को यह संदेश जाएगा कि आपमें एकाग्रता की कमी है। ऐसे में काम पर ध्यान केंद्रित करना और भी मुस्किल हो जाएगा।सफलता के लिए जरूरी है कि पहले अपने आत्मविश्वास को मजबूत करें और पॉजिटिव सोच रखें ।खुद को नकारात्मक बताना बंद करें और सकारात्मक बातों को सोचना शुरू करें। अगर आप बहुत अधिक सकारात्मक रहेंगे अपने प्रति और अपने कार्य के प्रति आपका ध्यान इधर उधर नहीं भटकेगा और पूरी तरह एकाग्र होकर अपना कार्य करेंगे।
मोबाइल फोन टेलीविजन से रखे दूरी
आज के समय में ये ऐसी आवश्यक चीजें हो गई हैं जिनकी गिरफ्त में हम सभी आ गए हैं ।आज हम पूरी तरह से टैकनोलजी से घिरे हुए है | मोबाइल फ़ोन पर सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप , इंस्टाग्राम आदि हम सभी के जीवन का एक हिस्सा बन चुका है ।हर दूसरे मिनट में कुछ मैसेज, नोटिफिकेशन आते रहते है और अपने काम या पढ़ाई से हमारा ध्यान भटकाते रहते है| हम सोचते कुछ है और करते कुछ और इसी लिए ज्यादा तर काम हम ठीक से पूरा नहीं कर पाते। टेलीविज़न पर आने वाले ढेरों प्रोग्राम हमें आकर्षित करते हैं, इन सब पे लगे रहना समय की बर्बादी है । विद्यार्थी को खासकर इन चीजों की लत नहीं लगनी चाहिए|
गेम खेलें
सुडोकू, शतरंज, सोलिटेयर ,पजल ,स्क्रैम्बल जैसे कुछ खेल हैं जो न सिर्फ आपके दिमाग को तरोताजा करते हैं। बल्कि आपकी एकाग्रता शक्ति को भी बढ़ाते हैं। इन सभी खेलों के लिए बहुत एकाग्रता चाहिए होती है। इन खेलों के खेलने वाले व्यक्ति की निर्णय करने की क्षमता में भी सुधार होता है। ब्रेन गेम्स कामकाजी और शॉर्ट टर्म मेमोरी के साथ ही प्रोसेसिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग की स्किल को भी विकसित करने में मदद करते हैं।ब्रेन ट्रेनिंग न सिर्फ बड़ों बल्कि बच्चों के लिए भी काफी फायदेमंद होती है।
योग और मेडिटेशन
योग और ध्यान एकाग्रता और मन की शक्ति को बढ़ाने के लिए एक पुरानी पद्धति है। शांत एवं स्वच्छ वातावरण में योगाभ्यास एकाग्रता क्षमताओं को कई गुना बढ़ा देता है। सुबह को एक्सर्साइज़ करना एक अच्छी आदत होती है और इसके लिए ज़रूरी नहीं है की आप gym ही जाये। एक छोटा मॉर्निंग वॉक भी बोहोत फायदेमंद होता है। सुबह लगभग 20 मिनट एक्सर्साइज़ करके आप अपनी सब फ़िज़ूल के ख़याल को पसीने से बहा सकते है। इससे आप और भी ज़्यादा एनर्जेटिक महसूस करेंगे, प्रतिदिन ध्यान करने से एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है । इसके लिए ॐ का ध्यान कर सकते हैं । प्राणायाम कर सकते हैं । अनुलोम विलोम कर सकते है ।
सही वातावरण चुनें
वातावरण का एकाग्रता से बहुत गहरा संबंध है। अगर आप कोई काम करने के लिए एकाग्र नहीं हो पा रहे हैं तो आप एक शांत, ध्यान भटकाने वाली चीजों से रहित, उचित प्रकाश, आरामदायक सीट वाली जगह का चुनाव करें।
बैलेंस डाइट
हल्के और पौष्टिक आहार लें। कभी कभी उचित भोजन न करने या अधिक देर तक भूखे रहने के कारण भी एकाग्रता भंग होने लगती है। जिस दिन आपको अधिक काम करना हो या अधिक एकाग्र होकर जरूरी कार्य करने की आवश्यकता हो या फिर परीक्षा के लिए पढ़ाई करनी हो, उस दिन भारी भोजन ना करें। इससे अधिक सुस्ती और नींद महसूस होगा। इसलिए अच्छा नाश्ता करें जो दिन भर आपको ऊर्जा प्रदान करे। आपका भोजन ही आपको ऊर्जा प्रदान करता है और शरीर इसे ईंधन के रुप में इस्तेमाल करता है। आमतौर पर लोग ध्यान भटकने पर या फोकस न कर पाने पर चाय-कॉफी पीकर मस्तिष्क को रिलैक्स करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इसके सेहतमंद विकल्प। यानी ऐसे फूड आइटम्स जिनके सेवन से आपका फोकस यानी एकाग्रता शक्ति बढ़ेगी।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में थियानिन और कैफीन, दो महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं, जो इस काम में आपकी मदद कर सकते हैं। इन दोनों तत्वों के कारण अगर आप ग्रीन टी पीते हैं, तो इससे आपके मस्तिष्क के कार्य करने की क्षमता बढ़ती है और फोकस बेहतर होता है।
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट्स में भी कैफीन की थोड़ी मात्रा होती है। इसके सेवन से शरीर में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन नामक हार्मोन्स का स्राव बेहतर होता है। ये दोनों ही हार्मोन्स मूड ठीक करने के लिए जाने जाते हैं। इसके सेवन से तनाव कम होता है क्योंकि ये मसल्स को रिलैक्स करती है।
नट्स
कई तरह के नट्स का सेवन करने से भी एकाग्रता और याददाश्त तेज होती है। खासकर बादाम और अखरोट, दो ऐसे नट हैं, जिनमें एमिनो एसिड्स, ऑयल और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो कि फोकस को बेहतर बनाता है और याददाश्त को भी मजबूत करता है।
ब्लूबेरीज
ब्लूबेरीज एंटीऑक्सीडेंट्स की खान कहे जाते हैं। इनमें टैनिन्स), एंथोसियानिन्स और रेस्विरेट्रॉल जैसे तत्व होते हैं, जो ऑक्सीजन और खून की सप्लाई को पूरे शरीर में बढ़ा देते हैं। इन तत्वों के कारण ब्लूबेरीज खाने से मस्तिष्क में भी ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है, जिससे याददाश्त तेज होती है
प्लानिंग करें
कभी कभी सही प्लानिंग न होने की वजह से भी अचानक काम का बोझ बढ़ जाता है और तनाव के कारण एकाग्रता भंग हो जाती है। हर काम का आपके पास प्लान होना चाहिए। क्योकि बिना प्लान के जब भी आप काम करने बैठते हो, तो बहुत सारे एलिमेंट्स जैसे की- ईमेल, व्हाट्सप्प, फेसबुक, ब्राउज़िंग वगैरा हर कुछ ही करने लग जाते हो, जिससे काम पर फोकस नहीं रख पाते हो। इसलिए मस्तिष्क में आप पहले से ही एक प्लान बनाएं। इसके अलावा यह भी तय करें कि आपको निर्धारित समय के अंदर यह कार्य कर लेना है। जब आप प्लानिंग करके अपने बनाए नियमों का पालन करेंगे तो आप एक उपलब्धि हासिल करेंगे और पूरी एकाग्रता से योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेंगे।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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