‘घृतकुमारी’ जिसे ‘ग्वार पाठा’ भी कहा जाता है। लेकिन अधिकांश लोग इसे ‘एलोवेरा’ (Aloe Vera) के नाम से जानते हैं, जो इसका वनस्पति नाम ( Botanical Name ) है। एलोवेरा का पौधा काफी गूदेदार और रसीला होता है। इनकी औसतन लम्बाई 15 सेंटीमीटर से 3 फुट तक होती है।इसकी तासीर गर्म होती हैं। एलोवेरा की पत्तियों में पाए जाने वाले जैल में 99 प्रतिशत पानी होता है।
‘एलो’ का अर्थ होता है रेडिएन्स अर्थात चमक। यह पौधा बहुत सारे खनिजों, लवणों और विटामिनों से भरपूर होता है। एलोवेरा जूस या एलोवेरा जैल को अलग-अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है। एलोवेरा जैल या जूस एलोवेरा कि पत्ती के अदंर की लेयर में होता है। इसमें अमीनो एसिड की मात्रा भरपूर रहती है । और विटामिन 12 की मौजूदगी से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। एलोवेरा त्वचा की देखभाल से लेकर बालों की खूबसूरती तक और घावों को भरने से लेकर कैंसर से निजात पाने तक, हर परेशानी से राहत देता है। इसे चेहरे पर लगाने से लेकर एलोवेरा जूस पीने तक, इससे कई फायदे हैं एलोवेरा के फायदे अनेक हैं, चाहे वो स्वास्थ्य के लिए हों, त्वचा के लिए हों या बालों के लिए।
खूबसूरत त्वचा के लिए
गमियों में बाहर से घर आने के बाद सन बर्न से बचने के लिए आप एलोवेरा को अपना सकते हैं। सनबर्न वाले हिस्से पर एलोवेरा लगाना भी लाभकारी होता है। यह टैन हटाने और स्ट्रेच मार्क कम करने में भी मददगार साबित होता है। एलोवेरा के जूस या जैल को प्रतिदिन चेहरे पर 20 मिनट तक लगाकर साफ ताजे पानी से धो डालना चाहिए। ऐसा करने से आपके चेहरे या स्कीन पर होने वाले टैनिंग को भी दूर करता है।यह त्वचा को मुलायम और उसकी आद्र्रता को बनाए रखने में मदद करता है।यदि इसका नियमित रूप से सेवन किया जाए तो यह त्वचा के यौवन को बरकरार रखने में मददगार साबित होता है। फटी एड़ियों के लिए इसका जैल लाभप्रद है।
एलोवेरा जैल मेकअप रिमूवर का भी काम करता है। मेकअप हटाने के लिए एलोवेरा जेल का इस्तेमाल बहुत अच्छा होता है. इससे स्किन को किसी तरह का कोई नुकसान भी नहीं होता।इसमें एंटी एजिंग गुण और एंटीआक्सीडेंट भी होता है जो चेहरे से झुर्रियों को हटाने में मदद करता है। ए लोवेरा जेल रोज़ाना लगाने से त्वचा जवान और खूबसूरत बनी रहेगी।
चमकदार व स्वस्थ बाल के लिए
अगर आप बालों के लंबे न होने से परेशान है तो एक बार एलोवेरा ट्राई करके देखिए। आधा कप एलोवेरा लेकर उसमें मेथी के बीज, तुलसी पाउडर और 2 चम्मच कैस्टर ऑयल मिला लें, इस पेस्ट को बालों पर लागकर रखें और कुछ घंटे के बाद शैंपू कर लें।जल्द ही आपके बालों की ग्रोथ बढ़ने लगेगी. ।अगर आप बालों में डैन्ड्रफ की समस्या से परेशान है तो उससे भी एलोवेरा जेल आपको निजात दिलाएगा। एलोवेरा जेल को अपने बालों पर एक घंटे लगा रहने दें। उसके बाद उसे धो लें, कई दिन ऐसे करने से बालों से डैंड्रफ गायब हो जाएगा। ऐसे में अगर एलोवेरा का इस्तेमाल करते हैं तो बाल झड़ने या टूटने की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। इसके लिए आपको सिर्फ रेगुलर एलोवेरा जूस का इस्तेमाल करना होगा। कोशिश करें कि अपने कंडिशनर या सैम्पू के साथ एक से दो चम्मच एलोवेरा जूस को मिलाकर इस्तेमाल करें। एलोवेरा जैल या ज्यूस मेहंदी में मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार व स्वस्थ होंगे।
वजन कम के लिए
अगर जल्द अपने मोटापे से छुटकारा पाना चाहै तो इसके लिए इसका जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं। सुबह और शाम दो बार इसका इस्तेमाल कर हर महीने अपने वजन में कमी कर सकते हैं, या रोजाना सुबह खाली पेट गर्म पानी में एलोवेरा पाउडर को मिलाकर सेवन करेंगे तो भी वजन काफी तेजी से कम होने लगता है। एलोवेरा में मौजूद एंटी-ओबेसिटी गुण के कारण बढ़ा हुआ वजन कम हो जाता हैं।वजन कम करने के लिए आप एलोवेरा जूस के साथ साथ अच्छा डाइट प्लान और व्यायाम करना भी ज़रूरी है।
डायबिटीज के लिए
एलोवेरा का प्रयोग डायबिटीज के मरीज़ों क लिए बहुत फायदेमंद हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए एलोवेरा एक औषधीय गुण हैं। एलोवेरा का जूस ब्लड शुगर लेवल को कम करता है जिससे डायबिटीज की समस्या कम होने लगती है।और लगतार इस जूस का प्रयोग करने से डायबिटीज की समस्या बिल्कुल ही खत्म हो जाती है।
पाचन क्रिया के लिए
एलोवेरा जूस पीने से पेट की कई रोग दूर होते हैं। यह पाचन तंत्रिका को मजबूत बनाता है। इसके रोजाना उपयोग से अपच और कब्ज जैसी समस्या भी दूर रहती है। पेट में पैदा होने वाले अल्सर को भी यह ठीक करता है। यदि किसी व्यक्ति को पाचन तंत्र से संबंधित कोई भी समस्या हैं तो उसे एलोवेरा जूस का सेवन करना चाहिए, या आपको हर दिन 20 ग्राम एलोवेरा पाउडर को शहद में मिलाकर पीना है। इस उपाय को अगर नित्य करेंगे तो आपको कभी भी पेट से सम्बंधित कोई भी तकलीफ नहीं होगी।
स्ट्रेच मार्क के लिए
मोटापे और प्रेगनेंसी के कारण हुए स्ट्रेच मार्क में भी एलोवेरा उपयोगी होता है। स्ट्रेच मार्क को हल्का करने के लिए रोज सुबह एलोवेरा जैल से मालिश करें । यह काफी हद तक आपके स्ट्रेच मार्क को कम कर देगा।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए
एलोवेरा शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाता है और साथ ही रक्त प्रवाह को भी सुचारू बनाये रखने में मदद करता है। एलोवेरा हाई ब्लड प्रेशर को सामान्य करता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
एंटी सेप्टिक, एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल
इसमें कोई शक नही कि एलोवेरा दुनिया का सबसें बढि़या एंटीबाईटीक और एंटीसेप्टिक गुण वाला होता है। जो हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा हमारे शरीर को लगभग 21 अमीनोएसिड की जरूरत होती है। जिसमें एलोवेरा से 18 अमीनोएसिड की मात्रा को पूरा करता है। इन गुणों से भरपूर एलोवेरा में सेपोनिन नामक तत्व होता है। जो शरीर की अंदरूनी सफाई करता है तथा रोगाणु रहित रखने का गुण रखता है। इसके अलावा खतरनाक बीमारियों से निजात भी दिलाता है। यह एड्स जैसी बीमारी में भी खास साबित होता है।
अर्थरोइटिस के लिए
इसमें रोगी के हाथ, पैर जोड़ों में दर्द, अकड़न या सूजन आ जाती है। साथ जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और शूल चुभने जैसी पीड़ा होती है, इसलिए इस रोग को गठिया रोग भी कहते हैं। जिसका सही इलाज एलोवेरा में पाया गया है। पहले इसके दो फांक कर इसमें हल्दी भरकर हल्का गर्म कर लें और प्रभावित भाग पर लगातार पट्टी लगायें ऐसा आप लगातार 10 से 15 दिनों तक करें। गठिया, जोड़ो में दर्द, मोच या सूजन में काफी राहत मिलेगी। जोड़ो के दर्द में एलोवेरा जूस का सेवन सुबह-शाम खाली पेट करें और प्रभावित जोड़ो पर लगाने से विशेष फायदा होता है।
एलोवेरा के साइड इफेक्ट्स
किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल अच्छा नहीं होता। ऐसा भी हो सकता है कि एलोवेरा आपकी बॉडी या स्किन को सूट न करे और आपको इसके साइड इफेक्ट्स दिखाई पड़ें। कुछ लोग सामान्य तौर पर एलोवेरा से एलर्जिक होते हैं।
- ज्यादा मात्रा में पीने पर यह खतरनाक साबित हो सकता है। जूस ज्यादा पीने से लूज मोशन, पेट दर्द और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ओवरडोज से किडनी पर खराब प्रभाव पड़ता है।
- एलोवेरा पीने से ब्लड शुगर का लेवल डाउन हो सकता है। अगर आप डायबेटिक हैं तो इससे बड़ी समस्या हो सकती है। इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से बात कर लें।
- प्रेगनेंट और फीडिंग करवाने वाली मदर्स को एलोवेरा से दूर रहना चाहिए।
- एलोवेरा जूस पीने से एलर्जिक रिएक्शंस हो सकती हैं जैसे- स्किन रैशेज, स्किन पर खुजली, सांस लेने में दिक्कत, छाती में जकड़न, चेहरे की सूजन, मुंह या गले में इरिटेशन।
- अनप्रॉसेस्ड एलोवेरा जूस पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है।
- एलोवेरा जूस से पोटैशियम लेवल डाउन हो जाता है। इससे हार्टबीट और वीकनेस हो जाती है।
- एलोवेरा जूस की ओवरडोज से किडनी पर खराब प्रभाव पड़ता है।
घर पर लगे हुए एलोवेरा का प्रयोग
एलोवेरा बाज़ार में बड़ी ही आसानी से उपलब्ध होता है। परन्तु बाज़ार में मिलने वाला एलोवेरा जैल और जूस को लम्बे समय तक सुरक्षित रखने के लिए कई प्रकार के प्रोसेस से होकर गुज़ारा जाता है जिससे एलोवेरा के कुछ औषधीय गुण कम हो जाते हैं। इसलिय यदि हम घर पर लगे हुए एलोवेरा का प्रयोग करें तो यह हमारे लिए बहुत ही लाभकारी हो सकता है। एलोवेरा का प्रयोग हम प्रकार से कर सकते हैं।
एलोवेरा जूस की विधि
एलोवेरा जूस हम घर पर बड़ी ही आसानी से बना सकते हैं। एलोवेरा जूस बनाने के लिए आप एलोवेरा की पत्ती को चारों ओर से छील लें और उसके अंदर का जैली प्रदार्थ अलग इकट्ठा कर लें। बाकि के बचे हुए पदार्थ को फेंक दें, अब दो चमच जैली में एक कप पानी मिला कर जूसर में डाल कर जूस निकाल लें।
एलोवेरा जैल की विधि
एलोवेरा जैल बनाने की विधि एलोवेरा जूस बनाने से भी बहुत सरल है। एलोवेरा को छिल कर उसका जैली प्रदार्थ निकाल लें और पीले तरल पदार्थ को छोड़ दें, क्योंकि उनमें लेटेक्स होता है, जिससे कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है उसके बाद उस जैली का अच्छी तरह से पेस्ट बना लें। पेस्ट बनने के बाद आप इसे इस्तमाल कर सकते हैं।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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