यह छोटा फल एक अद्भुत फल है।इस फल का मूल स्थान चीन है और दुनिया में चीन ही कीवी का सबसे बड़ा उत्पादक भी है, इसका वैज्ञानिक नाम एक्टिनिडिया डेलिसिओसा (Actinidia deliciosa) है। इसे चाइनीज गूजबेरी के नाम से भी जाना जाता है। कीवी में उच्च मात्रा में विटामिन सी एव अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसके अलावा विटामिन ई, पोटेशियम, कॉपर, सोडियम, रोगो से बचाने वाले एंटीऑक्सीडेंट होते है। शरीर के इलेक्ट्रॉन बनाने के लिए फायदेमंद रहती है।कीवी फल बाहर से भूरा व रोएँदार और अंदर से मुलायम हरे रंग का होता है। इसके अंदर काले रंग के छोटे-छोटे बीज होते हैं। खाने में यह खट्टा-मीठा अच्छे स्वाद वाला होता है। कीवी के फल में पाया जाने वाला काला बीज और इसका भूरा छिलका भी खाने योग्य होता है। हालांकि, काफी लोग कीवी के छिलके को उतारकर खाना पसंद करते हैं।
पोषक तत्व- कीवी पोषक तत्वों का ख़ज़ाना है। एक औसत साइज़ के कीवी में
पोटैशियम (250 मिलीग्राम)
विटामिन-ए (3 माइक्रोग्राम)
फ़ोलेट (25 माइक्रोग्राम)
लोहा (.21 मिलीग्राम)
पानी (80.07 ग्राम)
फैट (.4 ग्राम)
प्रोटीन (.8 ग्राम)
सोडियम (3 मिलीग्राम)
विटामिन-सी (65 मिलीग्राम)
रेशा (2.1 ग्राम)
कैलोरी (42)
कीवी के फायदे-
हड्डियों और मांसपेशियों के लिए
पोटैशियम नामक तत्व जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है, वो कीवी में मौजूद होता है। इसीलिए इसे महिलाओं में ढलती उम्र में होने वाले अस्थिरोग ओस्टियोपोरोसिस के लिए फायदेमंद माना गया है। साथ ही जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं के होने पर भी कीवी का उपयोग करने से बड़ा आराम मिलता है।
हृदय के लिए
कीवी में मौजूद फाइबर और पोटैशियम दिल की बीमारियों को हमसे दूर रखते हैं, इसके अलावा कीवी बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करने में भी सहायक है तथा ये अच्छे कोलेस्ट्रोल को बनाता है और कोलेस्ट्रोल से होने वाली दिल की बीमारी का ख़तरा भी कम करता है। कीवी का लगातार सेवन किया जाए तो हाई ब्लड प्रेशर से होने वाली बीमारियों जैसे कि स्ट्रोक्स और हार्ट अटैक्स के खतरे कम हो सकते हैं। कीवी में कार्डिओ प्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जिससे यह हृदय संबंधी रोग से बचा सकता है।
इम्यून सिस्टम के लिए
एंटी ऑक्सीडेंट्स की मात्रा कीवी में ज्यादा होने के कारण इस से रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाती है। कीवी इम्यून सिस्टम को इतना बेहतर कर देता है कि कोल्ड और फ्लू जैसी बीमारियां दूर भागती हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी और ई के एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में सहायक हो सकते हैं।
त्वचा के लिए
विटामिन सी की अधिकता की वजह से कीवी के सेवन से हमारी त्वचा काफी मुलायम और चमकदार, झुर्रियों से रहित हो जाती है।और हम जवान बने रहते हैं। विटामिन-सी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो एक्ने की समस्या से बचाव दिलाने में सहायक हैं।
गर्भावस्था के लिए
गर्भावस्था में ज़रूरी तत्व फोलिक एसिड भी कीवी में पाया जाता है, ऐसा कहा जाता है कि माता द्वारा गर्भावस्था में कीवी के सेवन से बच्चे के दिमाग़ के विकास में बहुत फायदा मिल सकता है।गर्भवती महिला के लिए फोलेट जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान फोलेट का सेवन गर्भपात के खतरे को भी कम करता है।हालांकि गर्भावस्था में महिलाओं को किसी भी फल के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
अनीमिया के लिए
अनीमिया के मरीजों के लिए कीवी एक उत्तम फल है। विटामिन सी से भरपूर कीवी हमारे शरीर की आयरन सोखने में मदद करता है।
डेंगू के लिए
डेंगू एक ऐसी गंभीर बीमारी है जो शरीर में तेजी से प्लेट लेट्स कम करने लगती है। कीवी के सेवन से तेजी से प्लेटलेट बढ़ाई जा सकती है जिससे आपको डेंगू की बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है।
डाइजेशन के लिए
रेशा यानि फाइबर हमारे पाचन तंत्र को सही तरीके से काम करते रहने में मदद करता है, और कब्ज़ के मरीज़ों के लिए तो कीवी अमृत समान है। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। और फाइबर युक्त खाना आपके भोजन को पचाने में अहम भूमिका निभाता है। इसी वजह से कीवी फल हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसमें लैक्सेटिव गुण होता है, जो पेट को साफ करने में मदद कर सकता है ।
आंखो के लिए
किवी फल बहुत गुणों से भरा हुआ रहता है। रोजाना किवी का सेवन करने आंखो की रौशनी शक्ति बढ़ती है। आंखो से जुडी समस्या को ठीक करने में सहायता करता है। दरअसल कीवी के अंदर ल्यूटिन और जियाजैंथिन जैसे फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी के लिए फ़ायदेमंद होते हैं।
कीवी का उपयोग
- कीवी को सीधे भी खा सकते हैं कीवी को पकाएं नहीं ताकि इसमें मौजूद विटामिन C नष्ट नहीं हो।
- कीवी को दूसरे फलों के साथ मिलाकर फ्रूट चाट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- कीवी का सेवन कस्टर्ड के रूप में किया जा सकता है।
- सलाद के रूप में भी किवी का सेवन किया जा सकता है।
- कीवी का शेक भी आप बना सकते हैं।
- कीवी मिक्स जूस के रूप में भी शामिल कर सकते हैं।
- सूप भी बनाकर पी सकते हैं। कीवी का इस्तेमाल डिटॉक्स ड्रिंक, स्मूदी आदि में भी किया जा सकता है।
- कीवी फ्रूट को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर भी आप इसको खा सकते हैं।
कितना खाएं : एक स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन एक या दो से ज्यादा कीवी का सेवन ना करें।
कीवी के नुकसान-
- कीवी को अधिक मात्रा में खाने से एलर्जी हो सकती है।
- इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
- कीवी के अंदर फाइबर अधिक मात्रा में होता है इसलिए अगर इसका सेवन अधिक करते हैं तो दस्त की समस्या हो सकती है।
- अधिक मात्रा में कीवी के सेवन से किडनी में पथरी की समस्या भी हो जाती है।
इम्यूनिटी बूस्ट कीवी जूस
सामग्री
- 2 कीवी
- 2 चम्मच चीनी
- 2 कप पानी
- स्वाद अनुसार नमक लें।
तरीका
- कीवी को धोकर अच्छे छील लें।
- इसे काटकर चीनी और पानी के साथ ब्लेंडर में ब्लेंड करें।
- इसके बाद इसे छान लें। तैयार जूस को गिलास में डालें।
- इस जूस में आप नमक डालकर, ठंडा करके सर्व करें।
कीवी डिलाइट मॉकटेल
सामग्री
- 2 कप कीवी का क्रश
- 1 चम्मच नींबू का रस
- 1 चम्मच पिसी चीनी
- 1 गिलास सोडा
तरीका
- एक गिलास में नींबू का रस डालें।
- अब कीवी का क्रश डालें और पिसी चीनी डालकर मिक्स करें।
- अब सोडा डालकर मिक्स करें और ठंडा करके सर्व करें।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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