तरबूज में 90 प्रतिशत से ज्यादा पानी होता है। तरबूज मीठा, स्वादहीन और कड़वे तीनों रूपों में पाया जाता है।गर्मियों में सबसे बड़ी समस्या हाइड्रेशन की रहती है। इस परेशानी से निपटने में तरबूज काफी मदद कर सकता है।तरबूज में विटमिन ए, विटमिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटमिन बी1, विटमिन बी5, विटमिन बी6 जैसे पोषक तत्वों के साथ ही ऐंटीऑक्सिडेंट प्रॉपर्टीज भी हैं जो शरीर के लिए अच्छे होते हैं।तरबूज में इलेक्ट्रलाइट्स होते हैं जो शरीर को लू लगने से बचाते हैं। तरबूज की यह खास प्रॉपर्टी बॉडी को बाहरी गर्मी से लड़ने में मदद करती है और शरीर को कूल रखती है।गर्मियों का फल तरबूज न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि बहुत पौष्टिक भी होता है। तरबूज, वजन कम करने, आंखों, बालों, त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है और यह पेट के कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह से भी बचाता है।
तरबूज के पौष्टिक तत्व –
- कैलोरी : 100 ग्राम तरबूज में लगभग 60-80 कैलोरी होती हैं।
- विटामिन : तरबूज विटामिन का बड़ा स्रोत है। तरबूज में दो प्रमुख विटामिन हैं, विटामिन ए और सी। तरबूज में विटामिन-ए कैरोटीनॉयड के रूप में मौजूद होता है। ताजा तरबूज के एक कप में लगभग 12 मिलीग्राम विटामिन-सी होता है।
- पोटैशियम : एक कप कटे हुए तरबूज में पोटैशियम की दैनिक जरूरत का चार प्रतिशत होता है।
- फाइबर : ताजे तरबूज के लगभग 175-200 कैलोरी में तीन से चार ग्राम डाइटरी फाइबर होता है, जो घुलनशील और अघुलनशील फाइबर का अच्छा मिश्रण है।
- कार्बोहाइड्रेट : तरबूज की 100 ग्राम मात्रा में 7.55 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है।
- फैट की मात्रा : फल में फैट की मात्रा कम होती है। 100 ग्राम तरबूज में कुल फैट 0.15 ग्राम होता है।
- लाइकोपीन : यह तरबूज के सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है। लाइकोपीन विटामिन-ए का एक प्रकार है, जो इसके अधिकांश लाभों के लिए जिम्मेदार है।
आंखों के लिए फायदेमंद –
इसका नियमित सेवन आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। तरबूज में बीटा कैरोटीन और विटामिन ए की मौजूदगी आंखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है। इसके सेवन से रतौंधी और मोतियाबिंद जैसे रोगों से बचाव में मदद मिलती है।
दिल को स्वस्थ के लिए
तरबूज में मौजूद पोटेशियम जैसा पोषक तत्व दिल को स्वस्थ और फिट रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। तरबूज कोलस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करता है और यही वजह है कि तरबूज खाने से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। तरबूज में लाइकोपीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है जो दिल की बीमारी होने के आसार को कम करने में मदद करता है।
इम्यूनिटी मजबूत करें
तरबूज में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी हमारे शरीर के प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत बनाता है, जिससे हम बुखार व संक्रमण से दूर रहते हैं। तरबूज रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने वाला फलों में से एक है। शरीर में एंटीबॉडी उत्पादन करने में प्रतिरक्षा प्रणाली का काफी मदद करता है तरबूज का जूस क्योंकि तरबूज के जूस में विटामिन C, विटामिन B6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है साथी इसमें फाइबर की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है।
मांसपेशियों के दर्द राहत
तरबूज में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाला अमीनो एसिड एल सिट्रोलाइन पाया जाता है। जो कि मांसपेशियों के दर्द को कम करने में सहायक होता है । मांसपेशियों के दर्द से राहत पाने के लिए तरबूज के जूस का सेवन कर सकते हैं ,अधिक व्यायाम करना किसी तरह का मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होना ऐसी स्थिति में तरबूज का सेवन कर मांसपेशियों के दर्द को कम कर सकते हैं।
हाइड्रेट करता है
तरबूज 90 प्रतिशत पानी और महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट्स से पूर्ण होता है, इसलिए गर्मियों के दौरान डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए तरबूज एक अच्छा नाश्ता हो सकता है। गर्मी के एनर्जी खत्म करने वाले मौसम में तरबूज शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता, जिससे एनर्जी बनी रहती है।
वजन घटाने में फायदेमंद
तरबूज वजन घटाने में भी मददगार होता है। तरबूज में पानी के साथ-साथ फाइबर भी होता है। इससे पेट काफी देर तक भरा-भरा रहता है और भूख कम लगती है और यह वजन कम करने में या डाइटिंग में मददगार है। तरबूज वजन घटाने के लिए सबसे बेहतर फल है। तरबूज में मौजूद सिट्रयूलाइन नामक तत्व शरीर से वसा को कम करने में मददगार होता है। ये वसा बनाने वाली कोशिकाओं को कम करता है। तरबूज में पानी की अधिक मात्रा डाइटिंग के दौरान एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। तरबूज में इसके अलावा विटामिन और मिनरल भी होता है।
त्वचा और बालों के लिए
विटामिन सी का पर्याप्त सेवन कोलेजन के निर्माण और रखरखाव के लिए आवश्यक होता है। यह त्वचा और बालों के लिए संरचना प्रदान करता है। तरबूज शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है जो त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण होता है। तरबूज में पानी की मात्रा बहुत अधिक और फ्लेवनॉयड्स और कैरीटोनॉयड्स नामक तत्व त्वचा के कसाव को बरकरार रखने में मदद करते हैं इसके अलावा यह लंबे समय तक झुर्रियों को दूर रखने में मददगार होता हैं।
कैंसर
तरबूज मजबूत एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, यह कैंसर का कारण माने जाने वाले मुक्त कण के गठन से निपटने में मदद करता है। कई अध्ययनों में लाइकोपीन के सेवन को प्रोस्टेट कैंसर की रोकथाम के साथ जोड़ा गया है। लाइकोपिन जिस भी सब्जी या फलों में होता है उस फल या सब्जी का रंग लाल होता है, जैसे कि टमाटर, शोध के दौरान यह पता चला है की लाइकोपिन कई प्रकार की कैंसर को शरीर में होने से पहले ही खत्म कर सकता है।
पाचन में मददगार
तरबूज पानी और फाइबर से भरपूर होने के कारण, कब्ज को रोकने और एक स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए नियमितता को बढ़ावा देने में मदद करता है। तरबूज को काला नमक और काली मिर्च के साथ खाने पर अपच की समस्या दूर होता है और पाचन तंत्र बेहतर कार्य करता है।
तरबूज अधिक खाने के नुकसान –
तरबूज की सही मात्रा में सेवन ना किया जाए तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। सही मात्रा और सही समय पर रोजाना तरबूज खाने में कोई परेशानी नहीं है। आइए जानते हैं तरबूज खाने के नुकसान क्या है और कैसे इनसे बचा जा सकता है।
- तरबूज का कम मात्रा में सेवन बहुत ही लाभदायक होता है एक व्यस्क व्यक्ति को 1 दिन में 200 ग्राम से अधिक तरबूज का सेवन नहीं करना चाहिए।
- तरबूज ताजा काट कर खायें। बहुत पहले का कटा तरबूज भी नुकसान पहुंचाता है।
- तरबूज खाने के बाद कभी फौरन पानी नहीं पीना चाहिए। इससे हैजा भी हो सकता है।
- भूल कर भी तरबूज खाली पेट नहीं खाना चाहिए। क्योंकि यह आपके एबडोमन में पित्त संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान तरबूज भी अधिक नहीं खाएं हालांकि, इसमें खून की मात्रा बढ़ाने वाले गुण है लेकिन, यह काफी भारी भी होता है। कम मात्रा में सेवन करे।
- अगर आपको सामान्य फ्लू है, खांसी और जुकाम से आप पीड़ित रहते हैं तो तरबूज खाने से बचें क्योंकि यह काफी ठंड करता है।
- जिसमें प्रकृतिक रूप से चीनी की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
- तरबूज में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। यह अगर बहुत अधिक लिया जाए तो दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
मीठे तरबूज की पहचान कैसे करे?
लाल और मीठा तरबूज खरीदना है तो इसे कैसे ख़रीदे और इसके लिए क्या-क्या तरीके अपनाना चाहिए। तो यह कुछ सामान्य उपाय है ।
- तरबूज जितना गोल और समान आकार का होगा वह इतना मीठा होगा।
- अगर तरबूज में कोई दाग धब्बे है तो इसे बिल्कुल ना खरीदे, अधिकतर दाग धब्बे वाले तरबूज अन्दर से कच्चे होते है क्योकि इनको सही मात्रा में पानी नहीं मिल पता है।
- तरबूज लेते वक़्त इसके वजन को जरुर परखे यदि तरबूज हल्का है तो ना ले अच्छा तरबूज वजन में थोडा भारी होता है।
- तरबूज के रंग से भी इसके पके होने का पता लगाया जा सकता है। यदि तरबूज कच्चा है तो तरबूज चमकदार और हल्के रंग का दिखेगा और यदि पका हुआ तो इसका रंग गहरा होगा।
- तरबूज लेते समय इसे हाथ से थपथपा के जरुर देखे। यह एक खास तकनीक है जिसे आपने अपने बड़ो को करते देखा होगा। यदि यह पूरी तरह पका होगा तो तेज आवाज पैदा करेगा इसके विपरीत यह कच्चा होगा तो थोड़ी दबदबी से आवाज पैदा करेगा।
तरबूज का ज्यूस रेसिपी
सामग्री
तरबूज के ताजा ज्यूस के लिए:-
- 3 कप तरबूज, क्यूब्स
- 2 टेबल स्पून पुदीना
- 2 टेबल स्पून नींबू का रस
- 1 टी स्पून काली मिर्च पाउडर
- 1/2 टेबलस्पून
तरीका
- सबसे पहले, एक ब्लेंडर में तरबूज लें।
- पुदीना, नींबू का रस, काली मिर्च पाउडर और चीनी मिलाएं।
- बिना पानी डालके अच्छी तरह से ब्लेंड करें।
- आखिर में पुदीने के साथ ताजा तरबूज के ज्यूस का आनंद लें।
तरबूज की स्मूदी
सामग्री
तरबूज की स्मूदी के लिए:-
- 1 छोटा तरबूज
- आवश्यकतानुसार बर्फ के टुकड़े
- 1/2 कप स्ट्रॉबेरी क्रश
- आवश्यकतानुसार पुदीना के पत्ते
- 1/2 इंच अदरक कद्दूकस किया हुआ
- 1 बड़ी चम्मच चिया बीज़ (भीगे हुए)
तरीका
- तरबूज को छोटे छोटे टुकड़े करें और फ्रीज़र में रखें।
- तरबूज के टुकड़े ब्लेन्डर जार में डाल कर पीस लें
- बर्फ के टुकड़े, स्ट्रॉबेरी क्रश और अदरक डाल कर चलाए।
- अब ग्लास में ऊपर से चिया बीज़ डालकर सर्व करें।
तरबूज के छिलके की टूटी फ्रुटी
सामग्री
तरबूज के छिलके की टूटी फ्रुटी के लिए:-
- 1 किलो तरबूज के छिलके
- 1 कप चीनी
- 1 चुटकी लाल खाद्य रंग
- 1 चुटकी हरा रंग
तरीका
- तरबूज के छिलके के हरे वाले हिस्से को छिल लीजिए और टुकड़ों मे काट लीजिए ।
- बर्तन मे पानी लीजिए जिसमें टुकड़े अच्छे से डूब जाये । अब ढक्कर 5-7 मिनट पकने दीजिए और पानी से छानकर अलग कर दीजिए।
- बर्तन मे 2 कप पानी लीजिए और चीनी डाल दीजिए चीनी के पानी में घुलने पर टुकड़े डाल दीजिए और ढक्कर 25 मिनट कम आच पर पकने दीजिए टुकड़े परदर्शी हो जायेगे।
- चाशनी को अलग अलग कटोरी मे निकाल लीजिए और सब मे मनपसंद रंग मिला दीजिए और टुटी फ्रुटी डाल कर 7-8 घंटे के लिए रख दीजिए।
- 7-8 घंटे बाद चाशनी में से टुटी फ्रुटी को छानकर अलग कर लीजिए और धूप में या पंखे की हवा में 2 दिन अच्छे से सूखा लीजिए तैयार टुटी फ्रुटी को हवाबंद डब्बे में रख कर फ्रीज मे 2-3 महीने सुरक्षित रख कर उपयोग कर सकते है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
Leave a Reply