कब , क्या , किसके साथ नहीं खाना चाहिए यह आयुर्वेद में स्पष्ट शब्दों में बताया गया है। समय , वातावरण और उम्र के अनुसार आहार में परिवर्तन जरुरी होता है। दो चीजें अलग अलग खाने से फायदेमन्द हो सकती है लेकिन साथ में खाने से ये ही चीजें नुकसानदेह भी हो सकती हैं। इन्हे विरुद्ध आहार कहते हैं। हमारा पुराना खान पान और आयुर्वेद इस सम्बन्ध में बहुत स्पष्ट है। लेकिन आजकल इसकी जानकारी का बहुत अभाव है। बड़े बुजुर्ग अक्सर इस प्रकार की सलाह देते है लेकिन उसे नजर अंदाज कर दिया जाता है। हम एक साथ कई पोष्टिक चीजें तो खाते हैं लेकिन कुछ चीजों को एक साथ खाने से शरीर को फायदे के बजाए नुकसान पहुंचता है।
किसी भी भोजन को पचाने के लिए शरीर में कई प्रकार के पाचक रस का स्राव होता है। विपरीत आहार से ना सिर्फ पाचन तंत्र पर असर पड़ता है बल्कि शरीर की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली को यह प्रभावित कर सकता है। ज्यादा समय तक विरुद्ध आहार लेने से घातक परिणाम सामने आने लगते है।आमतौर पर लोग बैलेंस्ड डाइट की तो बात करते हैं लेकिन किसके साथ क्या खाना है इसका जरा भी ध्यान नहीं रखते। हम एक साथ कई पौष्टिक चीजें खाते हैं लेकिन कुछ चीजों को एक साथ खाने से शरीर को फायदे के बजाए नुकसान पहुंचता है।
आयुर्वेद में सही कॉम्बिनेशन वाले खाने पर जोर दिया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार अलग-अलग नेचर की चीजों को एक साथ नहीं खाना चाहिए । यानी कि जिनका तापमान बहुत ठंडा या गर्म, स्वाद मीठा और नमकीन, गुण हल्का और भारी और तसीर ठंडी और गर्म अलग-अलग हो, उन्हें एक साथ नहीं लेना चाहिए । यहां पर हम खाने-पीने की कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें एक साथ नहीं लेना चाहिए।
चीजें जो दही के साथ न खाएं
दही के साथ खासतौर पर खट्टे फल नहीं खाने खहिए । दही और फलों में अलग-अलग एंजाइम होते हैं। इस कारण वे पच नहीं पाते, इसलिए दोनों को साथ नहीं लेना चाहिए। दही की तासीर ठंडी है। उसे किसी भी गर्म चीज के साथ नहीं लेना चाहिए ।
दही के साथ ये नहीं लेनी चाहिए खीर , दूध , पनीर , खरबूजा , केला , उड़द की दाल आदि।
दही और आम ,दही के साथ चीज़ नहीं खाना चाहिये। आयुर्वेद में इन दोनों को एक साथ खाने से बिल्कुल मना किया गया है, रात्रि में दही का सेवन निषेध है, । दिन में भोजन के बाद मठ्ठा और रात्रि में भोजन के बाद दूध लेना लाभदायक होता है।
चीजें जो दूध के साथ न खाएं
दूध के साथ फल कभी नहीं खाना चाहिए। दूध के साथ फल खाने पर दूध में मौजूद कैल्शियम फलों के एंजाइम्स को सोख लेता है और फलों से मिलने वाला पोषण आपके शरीर को नहीं प्राप्त हो पाता है।
आयुर्वेद के अनुसार सिर्फ आंवला ही एकमात्र खट्टा फल हैं जो दूध के साथ खा सकते हैं।
दूध के साथ ये वस्तु नहीं लेनी चाहिए – दही , इमली , खरबूजा , बेल , नारियल , कटहल , मूली , प्याज , तिल , खट्टे फल , अंडा , नमक आदि। दूध के साथ तली-भुनी चीजों को ना खाएं।
तुलसी या तुलसी आधारित उत्पादों और दूध का सेवन करने के बीच में कम से कम 30 मिनिट का समय होना चाहिए।
चीजें जो शहद के साथ न खाएं
शहद को कभी गर्म करके नहीं खाना चाहिए ।
चढ़ते हुए बुखार में भी शहद का सेवन नहीं करना चाहिए ।
शहद और मक्खन एक साथ नहीं खाना चाहिए। घी और शहद कभी साथ में नहीं खाना चाहिए। यहां तक कि पानी में मिलाकर भी शहद और घी का सेवन नुकसानदेह हो सकता है ।
इन चीजों को कभी न खाएं एक साथ
संतरा और केला -एक साथ नहीं खाना चाहिए क्योंकि खट्टे फल मीठे फलों से निकलने वाली शुगर में रुकावट पैदा करते हैं, जिससे पाचन में दिक्कत हो सकती है। साथ ही, फलों की पौष्टिकता भी कम हो सकती है।
अनार और अंगूर– का रस ये दोनों फल आंतों के कुछ एंजाइम्स सिस्टम को ब्लॉक कर सकते हैं, अगर इन दोनों के जूस को मिलाकर या कॉकटेल के तौर पर पिया जाए, तो यह खतरनाक साबित हो सकता है।
गाजर और नींबू– का प्रयोग एक साथ न करे क्योंकि इससे पेशाब संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।
अमरूद और केला – अमरूद और केला, ये दोनों ही फल गैस और अम्लरक्तता बढ़ाने का काम करते हैं।
नींबू और पपीता -अगर आप स्वाद के लिए पपीते पर नींबू निचोड़कर खाते हैं, तो यह आपको एनीमिया का मरीज बना सकता है।
तरबूज तथा खरबूज– को अन्य फलों के साथ न करें मिक्स , इन दोनों फलों में पानी की मात्रा अन्य फलों की अपेक्षा ज्यादा होती है, इसलिए ये तेजी से पचते हैं पर यदि आप इन फलों को अन्य फलों के साथ मिक्स करके रखते हैं तो इनके पचने की गति कम हो जाती है, जिसके कारण आपके पाचन तंत्र को हानि पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है।
आम के साथ करेला– कभी नहीं खाना चाहिए। असल में आम के साथ यदि करेला खाया जाता है तो ये दोनों चीजें आपस में रिएक्शन कर जाती है एक प्रकार का जहर आपके शरीर में बन जाता है और सांस लेने में कठनाई हो सकती है।
स्टार्च फ्रूट्स और हाई प्रोटीन फ्रूट्स– नैचुरली बहुत ही कम फल में स्टार्च होता है। इनमें हरा केला भी शामिल है। लेकिन बहुत सारी सब्जियों में स्टार्च की भरपूर मात्रा होती है। जैसे, मक्का, आलू, चावल, राजमा, लोबिया और सिंघाड़ा। इन सब्जियों को कभी भी हाई प्रोटीन फलों जैसे, अमरूद, किशमिश, पालक और ब्राकली के साथ नहीं खाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बॉडी को प्रोटीन डाइजेस्ट करने के लिए ऐसिडिक बेस चाहिए होता है और स्टार्च को डाइजेस्ट करने के लिए ऐल्कलाइन बेस चाहिए होता है।
तिल के साथ पालक – सेवन नहीं करना चाहिए। यही नहीं तिल के तेल में कभी भी पालक न बनाएं। ऐसा करने से डायरिया हो सकता है।
10 दिन तक कांसे के बर्तन में रखे घी को नहीं खाना चाहिए।
पीली छतरी वाले मशरूम सरसों के तेल में नहीं खाने चाहिए।
चावल के साथ सिरका नहीं खाना चाहिए।
जिस मौसम में भिंडी होता है, उसी मौसम मे करेला भी खूब बिकता है। ऐसे में कई लोग इन दोनों सब्जी को एक साथ खाना पसंद करते हैं। लेकिन आपको भिंडी खाने के बाद गलती से भी करेला नहीं खाना चाहिए। भिंडी खाने के बाद मूली का सेवन करने से आपको त्वचा संबंधी रोग हो सकता है।
कोल्डड्रिंक पीने के बाद या पहले कभी भी पिपरमेंट युक्त पान मसाला या किसी अन्य चीज सेवन नहीं करना चाहिए। कोल्डड्रिंक व पिपरमेंट को मिलाने पर साइनाइड बनता है जो कि जहर के समान काम करता है।
घी का इस्तेमाल करते समय भी सावधानी रखनी चाहिए। घी को कभी भी ताम्बे या कॉपर के बर्तन में न रखे, क्योंकि घी का ताम्बे के साथ मेल होने से ये खराब हो सकता है और हमारी सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
पनीर के बाद कभी भी नीबू का सेवन ना करें क्योंकि इसमे पहले से ही सोडियम की मात्रा अधिक होती है और नीबू के सेवन से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
कभी भी पनीर खाने के बाद करेले की सब्जी ना खाए क्योंकि पनीर और करेला एक साथ मिलकर शरीर में जहर बनाते है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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