आहार में एंटीऑक्सिडेंट की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। एंटीऑक्सिडेंट बीमार कोशिकाओं को स्वस्थ करते हैं और सेहत को स्वस्थ रखते हुए उम्र के असर को कम करते हैं। बीटा केरोटिन, विटामिन-ए, विटामिन-बी12 व बी6, विटामिन-सी, विटामिन-ई, विटामिन-डी और जिंक रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं। इन सभी तत्त्वों की भरपाई के लिए गाजर, पालक, चुकंदर, टमाटर, फूलगोभी, खुबानी, जौ, भूरे चावल, शकरकंद, संतरा, पपीता, बादाम, दूध, दही, मशरूम, लौकी के बीज, तिल आदि उपयोगी हैं। हरी सब्जियों-फलों को विशेष रूप से भोजन में शामिल करें।
- नींद भरपूर लें। तनाव मुक्त रहने का प्रयास करें।
- नींबू में पाए जाने वाले विटामिन-सी और ऐंटी-ऑक्सिडेंट से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। यह सभी प्रकार की एलर्जी दूर करता है। दिनभर में एक गिलास नींबू पानी पीना ही चाहिए। सर्दी के मौसम में प्यास कम लगती है, पर याद करके दिन में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- प्रोटीन अगर आप प्रायः बीमारियों की चपेट में रहते हैं तो इसका अर्थ यह भी है कि आपके शरीर में एंटीबॉडीज कम बन रहे हैं। इसके लिए प्रोटीन को समुचित मात्रा में लिया जाना चाहिए।
- सेब रोजाना एक सेब खाने से प्रतिरक्षा प्रणाली दुरुस्त रहेगी। इसके खाने से एलर्जिक रिऐक्शन से बच सकेंगे।
- लहसुन एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल है। सर्दी के दिनों में दिन में एक-दो लहसुन सेवन करना चाहिए।
- ग्रीन-टी दिन में तीन-चार बार पीने से रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
- गेहूं का ज्वारा मनुष्य शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी , पेय अथवा रस है , जो शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बहुत बढा देता है।
- एलोवेरा एक एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो इम्यूनिटी को मजबूत कर शरीर में होने वाली बीमारियों के खिलाफ एक कवच प्रदान करता है. एलोवेरा को आयुर्वेद में संजीवनी कहा जाता है. इसमें अमीनो एसिड की मात्रा भरपूर रहती है और विटामिन 12 की मौजूदगी से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है।
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इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक परामर्श करें।
रीना जैन
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