मोटापे का प्रमुख कारण अत्यधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन, शारीरिक गतिविधियों का अभाव जब अत्यधिक शारीरिक वसा शरीर पर इस सीमा तक एकत्रित हो जाती है कि वो स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डालने लगती है। मोटापा और शरीर का वजन बढ़ना, ऊर्जा के सेवन और ऊर्जा के उपयोग के बीच असंतुलन के कारण होता है। अगर ज्यादा प्रोटीन व कम फैट वाला आहार लेंगे तो शरीर बाहरी कीटाणु व वायरस का आक्रमण झेलने में सक्षम हो जाता है और बगैर एंटीबायोटिक दवाओं के भी शरीर को सुरक्षित रखा जा सकता है। वजन का अधिक होना कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता समेत काफी सारी बीमारियों का कारण बन सकता है। वजन कम करने के टिप्स-
कृत्रिम शुगर का सेवन बंद करें मिठाई, आइस क्रीम, पेय और इसी तरह के उत्पादों में कटौती करने की आवश्यकता है। अपने खाद्य पदार्थों में चीनी जोड़ने के बजाय, सब्जियों और फलों में कृत्रिम रूप से होने वाली मिठास को शामिल करने का प्रयास करें।
अजवाइन यह वजन के साथ ही साथ पेट पर जमी चर्बी को भी घटाती है। इसके लिए अजवाइन का पानी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पेट की चर्बी कम करने में मददगार होता है। इसके लिए रात को अजवाइन को एक कप पानी में भिगो कर रखना है और सुबह उठकर उसे खाली पेट पी लेना है।
अश्वगन्धा के दो पत्ते लेकर पेस्ट बना लें। सुबह खाली पेट इसे गरम पानी के साथ पिएँ। अश्वगन्धा तनाव के कारण बढ़ने वाले मोटापे को कम करने में मदद करता है। अत्यधिक तनाव की अवस्था में कोर्सिटोल नामक हार्मोन अधिक मात्रा में बनता है। इसके कारण भूख अधिक लगती है। शोध के अनुसार, अश्वगन्धा शरीर में कोर्सिटोल के लेवल को कम करता है।
पुदीना की पत्तियों के रस की कुछ बूँद गुनगुने पानी में मिलाएँ। इसे खाना खाने के आधे घण्टे बाद पिएँ। यह पाचन में सहायक तथा चयापचय क्रिया को बढ़ाकर वजन घटाने में मदद करता है। इसका उपयोग लम्बे समय तक किया जा सकता है।
ग्रीन टी का सेवन मोटापा कम करने में बहुत ही प्रभावी होता है। वैज्ञानिक शोध के अनुसार लगातार ग्रीन टी प्रयोग करने से पेट की अतिरिक्त वसा कम होने लगती है। ग्रीन टी का सेवन दिन में तीन बार किया जाना चाहिए । सुबह खाली पेट ग्रीन टी का प्रयोग पेट की वसा कम करने में अधिक प्रभावी होता है।
करेला विटामिन-बी1, बी2, बी3, विटामिन-सी , मैग्नीशियम, फोलेट, फास्फोरस, मैंगनीज और हाई फाइबर होता है, जो शरीर को कई रूपों में फायदा पहुंचाने का काम करता है ।यह शरीर से अतिरिक्त चर्बी हटाने के साथ-साथ पाचन स्वास्थ्य और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है। हफ्ते में तीन से चार बार एक कप करेले का जूस पी सकते हैं। इसके अलावा करेले की सब्जी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
चुकंदर मोटापा कम करने में चुकंदर का जूस जिसमें मौजूद नाइट्रेट, शरीर में जाकर नाइट्रिक एसिड में बदलता है। यह पदार्थ रक्त कोशिकाओं को रिलेक्स करते हुए मैटाबॉलिज्म को फायदा पहुंचाता है। चुकंदर के जूस की 100 मिलीलीटर की मात्रा में सिर्फ 35 कैलोरी होती है, और इसलिए यह किसी भी वजन घटाने वाले के लिए अच्छा बूस्टर साबित हो सकता है । आयरन और पोटेशियम के भरपूर चुकंदर खून को साफ करने का काम करता है । इसी वजह से स्किन पर दाने जैसे पिंपल्स और एक्ने जैसी समस्याएं नहीं होती । चुकंदर में फाइबर होता है इसलिए यह वजन कम करने में मददगार है । चुकंदर में कैलोरी काफी कम होती है और एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर अधिक होता है जिससे आसानी से अपना वजन कम कर सकते हैं।
अनानास यह एक ऐसा फल है जिसमे क्लोरिन की बहुत अधिक मात्रा होती है जिस कारण यह हमारे वजन घटाने में अधिक सहायक होता है । अनानास रोज लेने से वजन आसानी से घटने लग जाता है।
मेथी यह पेट की चर्बी घटाने का सबसे अच्छा विकल्प है । मेथी के बीज में पानी में घुलनशील घटक की मौजूदगी भूख को दबाने में मदद करती है । इसके अलावा, पाचन को बढ़ावा देने में मदद करता है। अपने आहार में मेथी के बीजों को शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि उन्हें पानी में भिगोकर अगली सुबह खाली पेट इसका सेवन करे ।
दालचीनी को चुनिंदा खास मसालों में गिना जाता है, जो शरीर को विभिन्न रूपों में फायदा पहुंचाती है। मोटापा घटाने के लिए इसे प्रयोग में ला सकते हैं।एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर व आधे नींबू का रस मिलाए।स्वाद के लिए इसमें आधा चम्मच शहद मिला सकते हैं और फिर इसे धीरे-धीरे पिए।
एलोवेरा मोटापा कम करने में लाभदायक हैं एक कप पानी ले उसमें ताजे एलोवेरा की पत्तियों का रस निकाल कर डाल कर अच्छे से मिला कर पीना है आपको एक महीने तक रोजाना इस रस को पीना हैं इस रस से मोटापा कम करने से जरूर फायदा मिलेगा।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
Leave a Reply