अंग्रेजी में बाजरे को Pearl Millet भी कहा जाता है। बाजरे का वैज्ञानिक नाम पेनिसिटम टाईफॅइडिस है। बाजरा छोटा और कठोर अनाज है जो की इसे खराब मौसम व कम उपजाऊ जमीन में भी आसानी से उगाया जा सकता है। यह मात्र 65 दिनों में तैयार हो जाता है। इसका इस्तेमाल भारत में प्राचनी काल से लोगों के खाने व जानवरों को चराने के लिए किया जाता रहा है। बाजरे को एक समय पर गरीबों का अनाज कहा जाता था।
आज लोग बाजरा जैसे सेहत के बेहद उपयोगी अनाज को भूल चुके हैं। जंक फूड वाले इस जमाने का आलम तो यह है कि आने वाले सालों में हम शायद अपने बच्चों को परिभाषित ना कर पाये कि बाजरा आखिर होता क्या है? इसलिए यह काफी लोगों की पहुंच से दूर है।
बाजरा क्यों खाना चाहिए? (Why Should We Eat Millet?)
बाजरा एक बेहद उपयोगी अनाज है, इसमें पोषक तत्वों की भरमार है। यह एक पूर्ण अनाज है, जो कि कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में काम जाता है। ठंड के मौसम में भारत में लोग बाजरे की रोटी का सेवन करते हैं । क्योंकि यह शरीर में गर्माहट लाता है। इसके अलावा बाजरे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और पोस्टिक तत्व होते हैं, जो कि शरीर को ताकत देने में भी सक्षम होते हैं।बाजरा एक ऐसा अनाज है जिसमें कि अम्ल नहीं बन पाता और यह आसानी से हजम हो जाता है। बाजरे के अनाज में पोषक तत्व होते है। यह गेंहू और चावल के मुकाबले तीन से पांच गुने तक अधिक पोषक होता है। बाजरा उन लोगों के लिए वरदान है, जिन्हें ग्लूटेन से एलर्जी है, या ग्लूटेन-मुक्त डाइट का पालन करते हैं।
बाजरे में कई पौष्टिक तत्व जैसे नियासिन, मैग्नीशियम, फास्फोरस पाया जाता है, नियासिन की जरूरत नर्व्स के लिए पड़ती है यानि ये नसों के लिए बहुत फायदेमंद है। वहीं फास्फोरस से बॉडी को एनर्जी मिलती है, मैग्नीशियम हार्ट की मसल्स के कॉन्ट्रेक्शन में मदद करता है। बाजरे में मैग्नीशियम अच्छी क्वांटिटी में पाया जाता है, बाजरे के सेवन से इस तरह के न्यूट्रिशंस की कमी को भी आसानी से दूर कर सकती है।
बाजरा के पोषक तत्व (Pearl Millet Nutrition in Hindi)
अब जानते है प्रति 200 ग्राम बाजरे में उपलब्ध पौष्टिक गुणों के बारे में।
- कैलोरी – 720 kcal
- फैट – 1.4 g
- प्रोटीन – 22 g
- डाइट्री फाइबर – 17 g
- सोडियम – 10 mg
- पोटैशियम – 390 mg
- फोलेट – 170 mcg
- आयरन – 6 mg
- मैग्नीशियम – 228 mg
- फ़ास्फ़रोस – 570 mg
- विटामिन बी 6 – 768 mg
- कैल्शियम 84 g
- कॉपर – 1.5 mg
- ज़िंक – 3.4 mg
बाजरा खाने के फायदे (Benefits of Pearl Millet In Hindi)
बाजरा एक बहुत ही गुणकारी अन्न है, यह कैल्शियम ,कार्बोहायड्रेट और फाइबर से भरपूर है । बाजरा खाने के अनेक फायदे है, यह बच्चों ,बड़ों और बूढ़ों के लिए बहुत लाभकारी है । गर्भवती महिलाओं के लिए इसमें विशेष तत्व होते है जो शिशु और माता दोनों के लिए बहुत जरूरी होते है ।
वजन कम करने में मदद कर सकता है (Can Help Reduce Weight)
बाजरे में स्टार्च सबसे अधिक होता है। बाजरा खाने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है। इसे कम मात्रा में खाने से लम्बे समय तक भूख भी नहीं लगती है. जिससे आप ज्यादा खाना खाने से बच जाते है जो आपके वजन को कम करने में मदद कर सकता है बाजरा एक ऐसा अनाज है, जिसे खाने से वजन बढ़ता नहीं, बल्कि वजन कम होता है।
बॉडी डीटॉक्सीफाई के लिए (For Body Detoxify)
यह खाने का एक बहुत बड़ा फायदा है कि यह आपके शरीर को डीटॉक्स करता है यानी की टॉक्सिक एलिमेंट्स को बाहर निकालता है। बाजरे में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो आपको फ्री रेडिक्लस से छुटकारा दिलाते है। खासकर किडनी और लिवर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।बाजरे को अंकुरित कर सुबह के नाश्ते में शामिल करें,रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं ।
दिल को स्वस्थ रखता है (Keeps Heart Healthy)
बाजरा ओमेगा -3 फैट, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर और अन्य नुट्रिएंट्स तत्वों से भरपूर होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए जाना जाने वाला मैग्नीशियम किसी भी दिल के दौरे या स्ट्रोक के जोखिम को कम करता है। इसके अलावा, पोटेशियम एक अच्छा वासोडिलेटर है, जो ऑप्टिमम ब्लड प्रेशर को बनाए रखने में मदद करता है।
गर्भवती स्त्रीयों के लिए (For Pregnant Women)
गर्भवती स्त्रीयों को प्रसव पूर्व और प्रसव पश्चात इसका अवश्य सेवन करना चाहियें क्योंकि इसमें मोजूद आयरन,प्रोटीन, कैल्सियम, और फास्फोरस माँ और शिशु को खून,हड्डीयों की कमज़ोरी, और प्रोटीन की कमी से बचाता हैं। बाजरा में मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैग्नीज, फास्फोरस, फाइबर (रेशा), विटामिन बी और एंटी ऑक्सीडेंट जैसे तत्व पाए जाते हैं।इस कारण गर्भवती महिला को कैल्सियम की पूर्ति के लिए बाजरा खाना चाइये।
त्वचा के लिए (For Skin)
बाजरा त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाता हैं इसमें मौजूद सल्फर क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करता हैं । इसके लिए बाजरा के आटे का पेस्ट बनाकर चेहरे और शरीर पर लगाना चाहिए।यह रक्त को साफ करता हैं। इसमें उपस्थित सल्फर त्वचा संबधित समस्या जैसे फोड़े फुंसियाँ, और मुहाँसे को समाप्त कर देता हैं।
मिनरल्स का है अच्छा सोर्स (Good Source Of Minerals)
बाजरा में कैल्शियम–आयरन, जिंक, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन ए, विटामिन बी9, विटामिन डी, कॉपर और सेलेनियम काफी मात्रा में पाए जाते हैं। इन सभी मिनरसल को इस कोरोना के समय में अपने भोजन में मिलाना बहुत ज़रूरी है और इसलिए डॉक्टर इसके सेवन की नसीहत सबको दे रहे हैं।
डायबिटीज़ से बचाता है (Prevents Diabetes)
डायबिटीज़ के मरीजो़ को बाजरे का सेवन जरुर करना चाहिए। क्योंकि यह ख़ून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मददगार होता है। इसलिए डायबिटीज़ के मरीजो़ को नियमित रुप से बाजरे के सेवन की सलाह दी जाती है।
आयरन से भरपूर (Rich In Iron)
बाजरे में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। खून की कमी या एनीमिया को दूर करने के लिए बाजरे का सेवन करना चाहिए। बाजरा बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह खून के लेवल को मेंटेन करने में बहुत मदद करता है।
एसिडिटी से बचाव (Acidity Prevention)
बाजरा एक ऐसा अनाज है जिसका सेवन करने पर पेट में एसिडिटी कम होती है तथा पेट का अल्सर भी ठीक हो जाता है। जिस व्यक्ति को एसिडिटी की समस्या है उसे एक बार बाजरे की रोटी का सेवन अवश्य करना चाहिए आप बाजरे का सेवन बाजरे का दलिया या फिर बाजरे की खिचड़ी बनाकर भी कर सकते हैं यह दोनों बहुत ही स्वादिष्ट और गुणकारी होते हैं।
मजबूत हड्डियों के लिए (For Strong Bones)
बाजरा खाने से हड्डियों के रोग भी दूर होते हैं क्योंकि बाजरा हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है और इससे कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग जैसे गठिया और आस्टोपायरेसिस नहीं होते हैं।यदि हड्डीयों से संबधित समस्या हो तो बाजरा की रोटी दूध के साथ सेवन करें। बाजरा कैल्शियम से भरपूर होता है, और आप किसी भी कैल्शियम विकल्प की जगह इसका सेवन कर सकते हैं।
बाजरे से बनने वाली रेसिपी (Recipe Made From Millet In Hindi)
बाजरा से बहुत सारी चीज़े भी बनाई जाती है, जैसे की बाजरे की खिचड़ी, पूड़ी, मठरी, चूरमा, चीला, हलवा, दलिया और बियर बनाने के लिए किया जाता है।बाजरा से बनाई हुई डिश हमारे स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आयुर्वेद की दृष्टि से बाजरे को उत्तम अनाज माना गया है। बाजरे की तासीर गरम होती है इसलिए योग्य मात्रा में खाना चाहिए।
बाजरा खाने के नुकसान (Pearl Millet Side Effects In Hindi)
किसी भी खाद्य पदार्थ की सही मात्रा शरीर को फायदे देती है। पर ज़्यादा खाने पर कितनी भी लाभकारक चीज नुकसानकारक बन सकती है। वैसे तो एक हेल्थी अनाज के रूप में बाजरा खाना सलामत है। पर इसे पर्याप्त या कम मात्रा में खाना ही गुणकारी है।
- बाजरा का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से थाइरोइड और घेंघा की समस्या उत्पन्न होती है। क्योंकि बाजरा में कुछ ऐसे पदार्थ होते है जो आयोडीन को अवशोषित करते है।
- जिन लोगो को थायरॉइड की समस्या है उनको इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए। यह थायरॉइड की समस्या को बढ़ावा देता है।
- अत्यधिक मात्रा में बाजरे का सेवन करने से फेफड़ों को हानि हो सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान बाजरे का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
- अत्यधिक मात्रा में बाजरे का सेवन करने से गुर्दे या किडनी में पथरी होने की संभावना बढ़ती है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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