आलूबुखारा को अंग्रेजी में प्लम फ्रूट (Plum fruit) भी कहते हैं। आलूबुखारा को ताजा और सूखे दोनों ही तरह खाया जा सकता है।सूखे प्लम को प्रूनस (Prune) कहा जाता है। यह फल रोसेस (Rosaceae) वनस्पिति परिवार से संबंधित है। इसमें एंटीआक्सीडेंट्स होते हैं, जो हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं। आमतौर पर आलूबुखारा मई से अक्टूबर तक बाजार में मिलता है। इसकी कुछ आम किस्मों में काला आलूबुखारा, ग्रींगेज (Greengage) प्लम, रेड प्लम, येलो प्लम व प्लूट्स शामिल हैं।
आलूबुखारा में पौष्टिक तत्व जैसे मिनरल्स और विटामिन मौजूद होते हैं, जो कई रोगों से बचाए रखने में मददगार हैं। इसमें आयरन भी मौजूद ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करती है। पोटैशियम शरीर के सेल्स को मजबूत बनाते हैं, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखते हैं। यह डायट्री फाइबर जैसे सर्बिटल और एसेटोन से भरपूर होता है, जो शरीर के अंगों के सुचारू बनाते हैं। पाचन क्रिया को दुरुस्त करते हैं।सभी पोषक तत्वों से भरपूर हैं। आलूबुखारा आपके लिए मल्टी विटामिन के तौर पर भी काम करता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, कॉपर, मैंगनीज, पोटैशियम और फाइबर अच्छी मात्रा होता है। आलूबुखारा में कई एंटी ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं जो आपको Healthy रखने के लिए बहुत जरूरी हैं। सीजनल फ्रूट में आपको आलूबुखारा जरूर खाना चाहिए।
आलूबुखारा क्या है? (What is Plums in Hindi)
आलूबुखारा के फल का आकार लगभग टमाटर के बराबर बड़ा होता है। इसके फल का छिलका काफी नरम,स्वाद में खट्टा मीठा होता है। इसके फल गूदेदार होते हैं, जिनमें गुठलियां भी होती हैं। अधिकतर लोग इसके ताजे फल को खाने के साथ-साथ, इसके कच्चे फल का इस्तेमाल मुरब्बा बनाने के लिए भी करते हैं। वहीं, इनके कच्चे और पके फलों के रस का इस्तेमाल शराब बनाने के लिए भी किया जा सकता है। सूखे हुए आलूबुखारा में ऑक्सीकरण रोधी (एंटी ऑक्सीडेंट) की काफी उच्च मात्रा पाई जाती है जो रोगों से शरीर का बचाव करती है।
आलूबुखारा में पाए जाने वाले पोषक तत्व
(Plums Nutritional Value in Hindi)
प्रति 100 ग्राम आलूबुखारा में पोषक तत्वों की मात्रा
कैल्शियम – 6 मिग्रा पानी – 87.23%
एनर्जी – 46 kcal आयरन – 0.17 मिग्रा
प्रोटीन – 0.70 ग्राम मैग्नीशियम – 7 मिग्रा
फास्फोरस – 16 मिग्रा कार्बोहाइड्रेट – 11.42 ग्राम
पोटैशियम – 157 मिग्रा फाइबर – 1.4 ग्राम
जिंक – 0.10 मिग्रा शुगर – 9.92 ग्राम
आलूबुखारा के फायदे (Plums Benefits in Hindi)
कब्ज : यह शरीर के पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं रहती।
कैंसर : आलूबुखारा कैंसर और ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।स्तन कैंसर को रोकने में आलूबुखारा विशेष रूप से अच्छा है।
हड्डियां मजबूत करता है:आलूबुखारा हड्डियों के लिए भी फायदेमंद है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: आलूबुखारा में एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इससे कई क्रॉनिंग डिजीज़ दूर रहती हैं।
आँखों के लिए: आलूबुखारा विटामिन ए से समृद्ध होता है।विटामिन ए हमारे आँखों के दृष्टि के लिए काफी अच्छा होता है।
वजन : इसमें कैलोरी और फैट की मात्रा बहुत कम होती है, जो वजन बढ़ने नहीं देती।
ब्लड प्रेशर : आलूबुखारे में आयरन होता है, जो रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। पोटेशियम मांसपेशियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण में रखता है।
आलूबुखारा खाने के नुकसान (Side Effects of Plum In Hindi)
आलूबुखारा कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसलिए इसके कोई खास नुकसान नहीं है लेकिन ध्यान रहे कि अधिक मात्रा में किसी भी चीज का सेवन नुकसानदेय हो सकता है। इसलिए हमेशा सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें।
- अत्यधिक आलूबुखारा के सेवन से डायरिया की शिकायत हो सकती है।
- यह पोटैशियम से भरपूर होता है। आलूबुखारा का सेवन अधिक करते हैं, तो आपके शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ सकती है। जिसके कारण छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, जी मिचलाना जैसी कई अन्य शिकायतें होने की संभावना बढ़ जाती है।
- अधिक आलूबुखारा के सेवन से गैस की परेशानी बढ़ सकती है।
- पथरी रह चुकी है या होने का खतरा है तो आलूबुखारा बिल्कुल न खाएं। आलूबुखारे में ऑक्सेलेट होता है जो कि किडनी में कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी बना सकता है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
रीना जैन
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