Side Effects of Paraben

Side Effects of Paraben : क्या आपके ब्यूटी प्रोडक्ट्स पैराबेन-मुक्त है ?

आज के दौर में खाने पीने से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स तक सभी चीजों में खतरनाक कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा ही एक कैमिकल है पैराबेन, जो की आमतौर पर ब्यूटी प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है। ताकि इन उत्पादों की उम्र को बढ़ाया जा सके। अपने देखा होगा कि कई सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स को आप तीन चार साल तक इस्तेमाल कर पाते है दरअसल, उन सभी ब्यूटी प्रोडक्ट्स में पैराबेन का इस्तेमाल किया होता है। पैराबेन का इस्तेमाल चीजों को बैक्टीरिया और फंगस से बचाने के लिए किया जाता है। पैराबेन का इस्तेमाल मॉइस्चराइज़र, शैंपू ,कंडीशनर डिओडोरेंट्स, शॉवरजैल, लिपबाम और सीरम से लेकर क्रीम, लोशन और टूथपेस्ट तक में किया जाता है। ये केमिकल बहुत ही हानिकारक होते हैं और इनके इस्तेमाल से न सिर्फ स्किन बल्कि सेहत को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको पैराबेन्स से होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप भी यकीनन पैराबेन्स फ्री प्रॉडक्ट का ही इस्तेमाल करना पसंद करेंगी-

पैराबेन्स सिंथेटिक रसायन होते हैं जिनका उपयोग स्किनकेयर  सहित कई तरह के उत्पादों में लंबे समय तक शैल्फ-लाइफ के लिए परिरक्षक के रूप में किया जाता है । पैराबेन जिनका इस्तेमाल आमतौर पर कॉस्मेटिक्स में खूब किया जाता है। शैम्पू, कंडीशनर्स, स्किन केयर प्रोडक्ट्स, साबुन जैसे कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में पैराबेन का इस्तेमाल किया जाता है। पैराबेन माइक्रोबियल एक्टिविटी को कम करते हैं। जिसका मतलब है कि अगर किसी प्रोडक्ट में पैराबेन डाला गया हो तो उसमें बैक्टीरिया और फंगस आसानी से ग्रो नहीं कर पाएंगे और वो प्रोडक्ट लम्बे टाइम तक चलेगा।

 

पैराबेन वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से इस तरह के साइड इफेक्ट्स का खतरा रहता है-

स्किन एलर्जी (Skin Allergy)

पैराबेन्स कुछ लोगों में जलन और एलर्जी पैदा कर सकते हैं, खासकर उन लोगों में जिनकी त्वचा संवेदनशील और क्षतिग्रस्त है। वास्तव में, एक्जिमा, कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस या सोरायसिस जैसी त्वचा की समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए पैराबेन्स वाले उत्पादों का उपयोग करना बिलकुल भी उचित नहीं है क्योंकि इससे त्वचा पर सूजन हो सकती है।जिससे उनकी स्थिति और खराब हो सकती है। अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि टूटी हुई त्वचा पर पैराबेन्स युक्त उत्पादों का उपयोग करने से एलर्जी हो सकते हैं ।

हॉर्मोनल प्रभाव (Hormonal Effects)

पैराबेन की वजह से हॉर्मोनल बदलाव हो सकते हैं। इसकी वजह से एस्ट्रोजेनिक गुणों में बदलाव देखा गया है। कुछ मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि parabens एस्ट्रोजेन उत्पादन को बढ़ा सकते हैं, जिससे एस्ट्रोजन पॉजिटिव स्तन कैंसर और पुरुष बांझपन के मामले बढ़ सकते हैं।

कैंसर (Cancer)

पैराबेन जैसे हानिकारक केमिकल के इस्तेमाल से बने प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से कैंसर जैसी गंभीर समस्या का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों ने पाया है कि पैराबेन्स आपके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की नकल करते हैं जिससे कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि होती है। इसे स्तन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि और प्रसार से जोड़ा गया है। कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना ​​है कि पैराबेन स्तन में कोशिका विभाजन को ट्रिगर कर सकता है जिससे स्तन कैंसर और ट्यूमर का खतरा पैदा होता है। 

प्रजनन संबंधी समस्या (Reproductive Problems)

रिसर्च में पाया गया कि पैराबेन्स से प्रजनन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। खासतौर से, अगर आप प्रेग्नेंसी पीरियड में ऐसे प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं, जिनमें अत्यधिक पैराबेन्स होते हैं, तो इससे महिला माताओं और उनके बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं, इससे उन्हें रिप्रॉडक्टिव कॉम्पलीकेशन के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु के विकास से संबंधित समस्याएं भी आ सकती हैं।

समय से पहले बुढ़ापा (Premature Aging)

त्वचा पर पैराबेन्स के हानिकारक  प्रभाव  से त्वचा की सुरक्षात्मक बाधा को अपूरणीय क्षति हो सकती है। मिथाइलपैराबेन जैसे कुछ हानिकारक विषाक्त पदार्थ कोलेजन उत्पादन और कोशिका पुनर्जनन दर को भी प्रभावित कर सकते हैं। वे लिपिड, सेरामाइड और आवश्यक फैटी एसिड को भी प्रभावित कर सकते हैं, और इस प्रकार उनका लंबे समय तक उपयोग और भी अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। 

किन प्रोडक्ट्स में होता है इस्तेमालऔर किन नामों से जाना जाता है?

(In Which Products is it used and by what names is it known?)

इस केमिकल का यूज माइश्चराइजर, सीरम, क्रीम, लोशन, शैंपू, यहां तक कि टूथपेस्ट में भी किया जाता है। इसे Ethylparaben (इथाइल पैराबेन), Butylparaben (ब्यूटाइल पैराबेन), Propylparaben (प्रोपाइल पैराबेन), Isobutylparaben (आइसोब्यूटाइल पैराबेन), Methylparaben (मिथाइल पैराबेन) नाम से भी जाना जाता है।

कैसे पता लगाएं प्रोडक्ट्स में यह है या नहीं ? (How to find out whether products contain it or not?)

आप प्रोडक्ट लेवल पर देख सकते हैं कि उसपर इनमें से कोई नाम तो नहीं लिखा। अगर उस प्रोडक्ट के लेबल पर इनमें से कोई भी नाम हो सकता है जैसे ब्यूटाइल, प्रोपाइल, मिथाइल, आइसोब्यूटाइल, इथाइल। तो इसका मतलब उस प्रोडक्ट में पैराबेन है। अगर ऐसा कुछ लिखा है तो समझ लें कि उसमें पैराबेन केमिकल इस्तेमाल किया गया है।जब कॉस्मेटिक उपयोग की बात आती है, तो ऐसे उत्पादों का चयन करें जिनमें पोटेशियम सोर्बेट, कार्बनिक अम्ल, ग्लिसरीन और एलोवेरा हों।

पैराबेन्स हानिकारक क्यों हैं? (Why are Parabens Harmful?)

पैराबेन्स के साथ मुख्य समस्या यह है कि इनका प्रभाव एस्ट्रोजन के समान होता है और ये पुरुषों और महिलाओं में हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकते हैं। जब भी आप अपनी त्वचा पर शैम्पू, कंडीशनर, लोशन, शॉवर जेल या अन्य पैराबेन युक्त उत्पाद लगाते हैं, तो पैराबेन्स आपके सिस्टम में तेज़ी से अवशोषित हो जाते हैं और समय के साथ वसा ऊतकों में जमा हो जाते हैं, जिससे संभावित रूप से अवशोषण की दर सुरक्षित से अधिक हो सकती है।शरीर आमतौर पर इन रसायनों से प्राकृतिक रूप से छुटकारा पाने का अच्छा काम करता है। लेकिन विज्ञान ने पाया है कि समय के साथ, पैराबेन्स सिस्टम में जमा हो जाते हैं और स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े होते हैं। 

पढ़ने के लिए धन्यवाद ! 

इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।

रीना जैन

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