आजकल खान-पान की हर चीज में मिलावट होना बेहद आम हो चुका है | जिसकी वजह से अब कुछ भी खाने से पहले काफी टेंशन बनी रहती है। वर्तमान समय में बाजारों में कोई भी सामान असली नहीं मिलता है| लोग पैसे कमाने के चक्कर में हर चीज का नकली रूप बाजार में उतारे हुए है| कुछ दुकानदार ऐसे भी हैं, जो शुद्ध और अशुद्ध दोनों प्रकार की चीजें रखते हैं। इसीलिए जब भी हम कोई सामान खरीदते है तो वह ना तो असली होता है और ना ही उसकी क्वालिटी इतनी बढ़िया होती है | बाजार में खाने की चीजों में इतनी ज्यादा मिलावट होने लगी है कि इसका असर हमारी सेहत पर पड़ने लगा है।| लेकिन जानकारी के अभाव में हम इसकी पहचान नहीं कर पाते हैं। वैसे तो चीजों की जांच लैब में ही की जाती है पर आज हम आपको ऐसे तरीके बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप घर बैठे ही मिलावटी चीजों की पहचान कर सकते हैं।
दूध में मिलावट कि पहचान कैसे करें ( How To Check Milk Purity?)
दूध का इस्तेमाल आमतौर पर सभी घरों में किया जाता है| दूध के सेवन से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है| लेकिन क्या आप जानते हैं जिस दूध का आप सेवन कर रहे हैं वह शुद्ध है या नहीं| आजकल हर चीज में मिलावट की जाती है जिससे दूध भी अछूता नहीं है| मार्केट में आजकल नकली दूध भी बेचा जा रहा है जो दिखता तो असली है लेकिन सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित होता है| ऐसे में आज हम आपको दूध की शुद्धता को जांचने के कुछ उपाय बताने जा रहे हैं| इससे आप घर बैठे आसानी से दूध की शुद्धता और अशुद्धता की पहचान कर सकते हैं| आइए जानते हैं-
ऐसे करें पहचान-
- दूध में पानी की मिलावट का पता लगाने के लिए चिकनी लकड़ी पर दूध की एक या दो बूंद दूध की डालें। अगर दूध बहता हुआ नीचे की तरफ गिरे और सफेद धार का निशान बन जाए, तो बेफ्रिक हो जाइए, क्योंकि आपके घर में आने वाला दूध एकदम शुद्ध है।
- दूध में डिटर्जेंट की मिलावट पहचानने के लिए 5 से 10 मिग्रा दूध किसी कांच की शीशी या टेस्ट ट्यूब में लेकर जोर-जोर से हिलाएं। यदि इयमें झाग बने या देर तक बना रहे, तो इसमें डिटर्जेंट मिला हुआ है। यह दूध में डिटर्जेंट की पहचान करने का सबसे आसान तरीकों में से एक है।
- यूरिया की मिलावट की जाती है| ऐसे में यूरिया की पहचान करने के लिए एक टेस्ट ट्यूब में थोड़ा सा दूध और सोयाबीन का पाउडर मिला लें, फिर 5 मिनट बाद इसमे लाल लिटमस पेपर डुबोएं | अगर इस पेपर का रंग नीला हो जाए तो समझ लें कि दूध मे मिलावट है|
शुद्ध शहद की पहचान ऐसे करें? ( How To Check Honey Purity?)
बाजार में शहद खरीदने जाओ तो हर ब्रांड 100% शुद्ध शहद देने की गारंटी देता है। पर हम यह कैसे मान लें कि वह शहद शुद्ध है या नहीं? शहद का प्रयोग हर घर में होता है क्योंकि यह ऐसी चीज़ है जो स्वास्थ्य के खजाने से भरी हुई है। शुद्ध शहद में विटामिन, प्रोटीन, खनिज और अमीनो एसिड होता है। कुछ लोग शहद का सेवन इसलिये नहीं करते क्योंकि उन्हें डर रहता है कि उनके दृारा खरीदा गया शहद शुद्ध होगा या नहीं। शुद्धता को जांचने के कुछ उपाय बताने जा रहे हैं| इससे आप घर बैठे आसानी से शहद की शुद्धता और अशुद्धता की पहचान कर सकते हैं आइए जानते हैं-
ऐसे करें पहचान-
एक गिलास पानी में चम्मच भर शहद डालें। अगर शहद पानी में नीचे बैठ जाए तो यह शुद्ध है और नीचे बैठने से पहले ही पानी में घुल जाए तो यह मिलावटी है शहद में चीनी मिला दी जाती है।
- एक मोमबत्ती जलाएं और एक लकड़ी में रूई लपेट कर उस पर शहद लगाएं। फिर इस शहद लगी रूई को आग के ऊपर रखें, अगर रूई जलने लगे तो शहद शुद्ध है। नहीं तो शहद में पानी मिलाया गया है।
- एक कपड़े पर कुछ बूंद शहद की डालें। यह अशुद्ध शहद को सोख लेगा। इसके अलावा कपडे़ पर शहद लगा कर धो दें, अगर दाग पड़ गया तो शहद अशुद्ध है वरना शुद्ध है।
- गर्म कर के देखें अगर शदह को गरम किया जाए तो वह गाढी हो जाएगी पर अगर शहद अशुद्ध है तो उसमें बबल्स उठने शुरु हो जाएंगे।
- शुद्ध शहद सर्दी में जम जाता है तथा गरमी में पिघल जाता है।
पनीर में मिलावट कि पहचान कैसे करें? ( How To Check Paneer Purity?)
पनीर खरीदते समय इसकी जांच कैसे करें? आमतौर पर पनीर को देखकर इसे असली या नकली होने का अंदाजा आसानी से नहीं लगाया जा सकता अगर नकली और असली पनीर की जांच करनी है, तो हम आपको बता रहे हैं कुछ टिप्स-
ऐसे करें पहचान-
- पनीर का एक छोटा-सा टुकड़ा आप हाथ में मसलकर देख सकते हैं। अगर यह टूटकर बिखरने लगे तो समझ लीजिए कि पनीर मिलावटी है क्योंकि इसमें मौजूद -‘स्कीम्ड मिल्ड पाउडर’ ज्यादा दबाव सह नहीं पाता है।
- नकली पनीर ज्यादा टाइट होता है। उसका टैक्सचर रबड़ की तरह होता है।
- पनीर पानी में उबाल कर ठंडा कर लें। जब ठंडा हो जाए तो उस पर कुछ बूंदें आयोडीन टिंचर की डालें, अगर पनीर का रंग नीला पड़ जाए तो समझ लीजिए कि यह मिलावटी है।
मावा (खोया) में मिलावट कि पहचान कैसे करें? ( How To Check Mawa Purity?)
कुछ लोग अपने घरों में मिठाई बनाते हैं तो ज्यादातर लोग मावा (खोया ) बाजार से खरीदते हैं। लेकिन त्योहारों में नकली या मिलावटी मावा भी आना शुरू हो जाता है।चूंकि मिठाई की डिमांड इतनी ज्यादा होती है कि कुछ लोग इस मांग का फायदा उठाते हुए मिलावटी मावे की मिठाई बेचना शुरू कर देते हैं। मिलावटी मावा सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। ऐसे में यह कैसे पता लगाएं कि बाजार से जो मावा वह खरीद रहे हैं वह शुद्ध है या मिलावटी, इसलिए यहां हम कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से आप नकली मावा के इस्तेमाल से बच सकते हैं।
कैसे बनता है नकली मावा
मावे में घटिया किस्म का मिल्क पाउडर मिलाया जाता है । इसमें टेलकम पाउडर, चूना, चॉक और सफेद केमिकल्स जैसी चीजों की मिलावट भी होती है।नकली मावा के लिए दूध में यूरिया, डिटर्जेंट पाउडर और घटिया क्वालिटी का वनस्पति घी मिलाया जाता है। सिंथेटिक दूध बनाने के लिए वॉशिंग पाउडर, रिफाइंड तेल, पानी और शुद्ध दूध को आपस में मिलाया जाता है। इस तरह एक लीटर दूध से 20 लीटर सिंथेटिक दूध तैयार करते हैं। इस दूध से मावा तैयार होता है। कुछ लोग मावा में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, मैदा या आलू भी मिलाते हैं. मावे का वजन बढ़ाने के लिए आलू और स्टार्च मिलाया जाता है।
ऐसे करें पहचान –
- मावे में थोड़ी चीनी डालकर गरम करें. अगर यह पानी छोड़ने लगे तो यह नकली है।
- मावा को अपने अंगूठे के नाखून पर रगड़ें, असली मावे से घी की महक आएगी।
- असली मावा मुंह में चिपकता नहीं है जबकि नकली मावा चिपक जाएगा।
- असली मावे खाने से मुंह में कच्चे दूध जैसा स्वाद आता है।
- 2 ग्राम मावा का 5 एमएल गरम पानी में घोल लें और ठंडा होने दें , ठंडा होने के बाद इसमें टिंचर आयोडीन डालें। खोया नकली होगा तो इसका रंग नीला हो जाएगा।
- नकली मावा पानी में आसानी से नहीं घुलता।
घी में मिलावट कि पहचान कैसे करें? ( How To Check Ghee Purity?)
घी खाना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, आजकल बाज़ार से घी खरीदते वक़्त मन में यह शंका रहती है कि खरीदा हुआ घी शुद्ध है या फिर उसमें किसी तरह की मिलावट की गई है। मिलावटी घी खरीदने से पैसों के साथ-साथ सेहत का भी नुकसान होता है। मिलावटी देशी घी तैयार करने के लिए कई चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। घी शुद्ध है या मिलावटी, इसलिए यहां हम कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से आप नकली घी के इस्तेमाल से बच सकते हैं।
ऐसे करें पहचान –
- सबसे पहले एक ग्लास में पानी भरकर एक चम्मच में घी निकालकर डालें। अगर घी पानी के ऊपर तैरने लगे तो आप समझ सकते हैं, कि घी असली है। अगर घी पानी के नीचे बैठ जाता है तो घी नकली हो सकता है।
- घी से चार से पांच चम्मच घी निकालकर उसे किसी बर्तन में डालकर उबल लें। इसके बाद घी के इस बर्तन को लगभग 24 घंटे के लिए अलग रख दें। अगर 24 घंटे के बाद भी घी दानेदार और महक रहा है तो घी असली है। अगर ये दोनों ही चीजें घी में से गायब है तो घी नकली हो सकता है।
- घी की शुद्धता का पता लगाने के लिए इसमें 4 से 5 बूंदे आयोडीन की मिलाएं। अगर घी का रंग नीला हो जाता है तो इसका मतलब है कि घी में मिलावट की गई है। नीले घी का मतलब है कि इसमें आलू मिलाया गया है।
- देसी घी की पहचान के लिए हाथ पर थोड़ा घी रखें। इसके बाद हाथ को उल्टा करके रगड़ें। अगर घी में दाने आएं तो समझ जाएं यह नकली है। असली घी हाथ पर लगाते ही समाहित हो जाता है। पहचान का सबसे आसान तरीका यही है।
- असली घी की पहचान करने के लिए थोड़ा सा घी हथेली पर लगाकर सूंघे | अगर थोड़ी देर बाद घी से महक आनी बंद हो जाये तो इसे मिलावटी घी के लक्षण माना जाता है |
सरसों के तेल में मिलावट कि पहचान कैसे करें? ( How To Check Mustard Oil Purity?)
सरसों का तेल हर रसोई में पाया जाता है हर घर में सब्जी बनाने के लिए सरसों के तेल का प्रयोग किया जाता है। कई औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से यह सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। कुछ लोग तो संक्रमण से बचाने के लिए इससे अपने बच्चों की मालिश भी करते हैं।ऐसे में बाजार में मिलने वाला तेल असली है या नहीं। इसलिए हम आज आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे तेरीके जिनसे आप ये जांच सकते हैं कि सरसों का तेल असली है या नकली।
ऐसे करें पहचान –
- सरसों के तेल को फ्रिज में रखें, अगर तेल में मिलावट होगी तो ये जमने लगेगा। अगर तेल शुद्ध होगा तो ये लिक्विड फॉर्म में ही रहेगा।
- तेल को हाथ पर रखें,इसे रगड़कर देखें। अगर तेल आपके हाथ पर रंग छोड़ दे तो समझ लीजिए कि उसमें मिलावट है। अगर रंग ना छूटे केवल चिकनाई रहे तो समझ लें कि तेल शुद्ध है।
- सरसों के तेल का रंग काफी गाढ़ा होता है,अगर इसका रंग हल्का पीला हो तो समझ जाएं कि इसमें मिलावट है।
- सरसों के तेल की कुछ बूंदें टेस्ट ट्यूब में डालें, फिर इसमें नाइट्रिक एसिड की कुछ बूंदें मिला दें। इसके बाद इस मिश्रण को हिलाने के बाद कुछ मिनट के लिए गरम करें, अगर यह रंग बदल कर लाल हो जाए तो इससे पता चलता है कि तेल मिलावटी है।
- सरसों की पहचान उसकी खूशबू है।असली सरसों में तेल से इतनी तीखी गंध आती है कि नाक में हल्की जलन महसूस होती है। जब तेल गरम होगा तो उसमें से एक धांस निकलती है और वह आंखों में लगने लगती है। तो समझ लीजिये की तेल शुद्ध और बिना मिलावटी है।
- तेल को कढ़ाई में डालें और उसे गरम करें। अगर तेल झाग छोड़ने लगे तो समझिए कि तेल मिलावटी है। क्योंकि शुद्ध तेल कभी झाग नहीं छोड़ता बल्कि उसमें से धांस निकलती है जो आंखों में लगती है।
आटा में मिलावट कि पहचान कैसे करें? ( How To Check Flour Purity?)
आटा रोजाना खाई जाने वाली चीज है। गेहूं के आटे में बोरिक पाउडर और चॉक पाउडर मिला दी जाती है।मिलावटी आटा से हमारी सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। गेहूं के आटे में शुद्धता की पहचान करना अधिक मुश्किल नहीं है इसलिए हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे तेरीके जिनसे आप ये जांच सकते हैं कि की आटा शुद्ध है या अशुद्ध।
ऐसे करें पहचान –
- एक चम्मच आटे में नींबू के कुछ रस डालकर देखें,अगर ऐसा करने पर आटें में बुलबुले बने तो जान लीजिए आपका आटा मिलावटी है। बता दें कि खड़िया मिट्टी आमतौर में आटें में मिलाया जाता है। इस पदार्थ में कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है इसलिए नींबू के संपर्क में आने पर ये बुलबुले छोड़ते हैं।
- एक गिलास पानी में एक चम्मच आटा मिक्स कीजिए, अगर आटे में मिलावट होगी तो वो तैरने लग जाएगा।
चाय पत्ती में मिलावट कि पहचान कैसे करें? ( How To Check Tea Leaf Purity?)
भारत उन देशों में से एक है जहां सबसे अधिक चाय पीना पसंद की जाती है। अधिकतर भारतीय घरों में चाय के बिना दिन की शुरुआत की कल्पना भी नहीं की जा सकती फिर चाहे थकावट दूर करना हो या मेहमानों का स्वागत, चाय के बिना कोई भी ओकेजन अधूरा माना जाता है। यहीं नहीं, भारत चाय उत्पादन के मामले में भी पूरे विश्व में प्रमुख स्थान रखता है। अमूमन चाय की पत्तियों में मिलावट की खबर आती रहती है। ऐसे में असली और मिलावटी चाय की पत्तियों की पहचान करना बहुत ज़रूरी हो जाता है। इसलिए हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे तेरीके जिनसे आप आसानी से मिलावटी चाय की पत्तियों की पहचान कर सकते हैं।
ऐसे करें पहचान –
- थोड़ी सी चायपत्ती को हाथ में लें और उसे उंगलियों से 2 मिनट तक रगड़े ,अगर इसे रगड़ते वक्त आपके हाथों में रंग लग रहा है यानी की ये चायपत्तियों मिलावटी हैं।
- एक टिश्यू पेपर लीजिए और इस पर दो चम्मच चाय की पत्ती रखें।अब चाय की पत्तियों पर कुछ पानी की बूंदें डालें और इसे धूप में रखें। थोड़ी देर बाद आप चायपत्ती को टिश्यू पेपर से हटा लें, अगर आपकी चायपत्ती में मिलावट होगी तो टिश्यू पेपर पर दाग के निशान होंगे,लेकिन अगर ये असली हैं तो चाय की पत्तियां रंग नहीं छोड़ेंगी।
- एक ग्लास में ठंडा पानी लें और इसमें दो चम्मच चाय की पत्ती डालें। अब इस पानी को दो मिनट के लिए छोड़ दें। अगर पानी का रंग बदलकर रंगीन हो गया है तो ये समझ जाइए कि चाय पत्ती में मिलावट है। लेकिन अगर रंग नहीं बदला तो फिर यह शुद्ध है।
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रीना जैन
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