Jamun

Jamun (Java Plum): जामुन ही नहीं, गुठली,पत्ते और सिरका भी औषधि की तरह काम आता है।

काले स्वादिष्ट और मीठे जामुन को देखते ही खाने को मन करता है। जामुन वैज्ञानिक नाम Syzygium Cumini (सिजीजियम क्यूमिनाइ) है। अंग्रेजी में इसे जावा प्लम (Java Plum) या ब्लैक प्लम (Black Plum) कहते है। इसे विभिन्न घरेलू नामों जैसे जामुन, राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी आदि के नाम से जाना जाता है। जामुन के फल , गुठली , पत्ते , और इसके पेड़ की छाल सभी दवा के रूप में काम आ सकते है। इसके अलावा जामुन का सिरका  भी औषधि की तरह काम आता है। जामुन को अम्लीय प्रकृति का फल माना जाता है और यह स्वाद में मीठा होता है। अम्लीय प्रकृति के कारण सामान्यत: इसे नमक के साथ खाया जता है।  इसमें भरपूर मात्रा में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज पाया जाता है। जामुन में लगभग वे सभी जरूरी लवण पाए जाते हैं, जिनकी शरीर को आवश्यकता होती है। इसके साथ ही जामुन, खाना को हजम करने के साथ-साथ दांतों के लिए, आंखों के लिए, पेट के लिए, चेहरे के लिए, किडनी स्टोन के लिए भी फायदेमंद होता है।

जामुन के फायदे (Benefits of Jamun)

जामुन के 10 फायदे, सिर्फ फल ही नहीं, गुठली और पेड़ की छाल भी है फायदेमंद |  Health benefits of eating Jamun
  • जामुन के पके हुए फलों का रस निकाल लें और इससे  कुल्ला करें। ऐसा करने से पाइरिया ठीक होता है।
  • पके हुए जामुन के फल को खाने से पथरी गल कर निकल जाती है। 
  • जामुन में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यदि गर्मी के दिनों में रोजाना जामुन खाएं, तो यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर अनेकों तरह की बीमारियों से बचा सकता है।
  • अगर किसी व्यक्ति में खून की कमी पाई जाती है, तो उसे भी जामुन का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिये, इससे व्यक्ति के शरीर में खून का स्तर बढ़ जाता है।
  • अगर आप एसीडिटी से परेशान है, तो जामुन के फल में काला नमक और जीरे का चूर्ण मिलाकर इसका सेवन करने से लाभ मिलेगा।
  • पीलिया में भी जामुन बहुत फायदा करता है।जामुन के 10-15 मिली रस में 2 चम्मच शहद मिलाकर पीने से पीलिया का असर कम हो जाता है।
  • जामुन में पोटेशियम पर्याप्त मात्रा में होता है जो कि व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि से बचाता है।
  • अगर आपके मुंह में छाले हैं तो जामुन का सेवन फायदेमंद रहेगा।

जामुन की गुठलियों के फायदे (Jamun Seed Benefits)

Health benefits of Jamun seeds you need to know about | बड़े काम की है  जामुन की गुठली, भूलकर भी इसे न फेकें, मिलेंगे ये फायदे

जामुन का फल जब उपलब्ध होता है तो इसके सेवन के बाद गुठलियों को अधिकतर लोग फेक देते है, इसका कारण जामुन की गुठलियों के फ़ायदों से अज्ञात होना है। अगर व्यक्ति चाहे तो जामुन की गुठलियों को एकत्रित करते उसका चूर्ण बनाकर उसका उपयोग वर्ष भर कर सकता है।

  • जामुन के बीज में अल्केलॉइड्स होते हैं जो ब्लड सुगर घटाने में मददगार साबित होते हैं। जामुन की गुठली के पाउडर का सेवन डायबिटीज की समस्या से आराम दिलाने और ब्लड शुगर को कम करने में मददगार होता है। इससे शुगर के मरीज को होने वाली समस्याए जैसे बार-बार प्यास लगना और बार-बार यूरिन पास होना आदि में भी लाभ पहुचता है।
  • जामुन की गुठलियों के पावडर के नियमित सेवन से शुगर के रोगियों को फायदा पहुँचता है।
  • जामुन के बीज का चूर्ण विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। यह डायबिटीज के साथ आनेवाली समस्या जैसे आँखों की समस्या , इनफ्लामेशन की समस्या में भी लाभ पहुंचाते हैं। 
  • अगर आपको पथरी (stone) हो गयी है, तो जामुन की गुठली के पावडर को दही के साथ लेने से आराम मिलता है।
  • सुबह उठकर इस पाउडर को नियमित रूप से एक चम्मच खाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पियें। यह आपके बैली फैट को कम करेगा और आपको स्वस्थ रखने में मदद करेगा। 
  • जामुन के बीज का चूर्ण एक बार में 3 ग्राम तक ले सकते है।इसे सुबह और शाम के खाने के बाद लेना ज्यादा अच्छा होता है।

जामुन की पत्तियों के फायदे (Jamun Leaf Benefits)

जामुन के पत्ते - Interesting Facts, Information in Hindi - रोचक तथ्य

जामुन के फल तो केवल मौसम में उपलब्ध होते है, परंतु इसकी पत्तियाँ पूरे वर्ष भर उपलब्ध रहती है और रोगी को फायदा पहुचाती है।

  • जामुन के रस का उपयोग पिम्पल्स यानि मुंहासों को कम करने किया जाता है। इसके लिए जामुन या इसकी पत्तियों के रस को त्वचा पर लगाने से ये अधिक मात्रा में तैल को त्वचा पर आने से रोकता है।
  • लगातार इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन के सामने बैठना आंखों के लिए खतरनाक है।जामुन के 15-20 मुलायम पत्तों को 400 मिली पानी में पका लें। जब यह काढ़ा एक चौथाई बच जाए, तो इसे ठंडा करके इससे आंखों को धोएं। इससे आंखों की समस्या में लाभ होता है।
  • जामुन के पत्तों को जलाकर उसकी राख बना लें। इसे मंजन की तरह दांत और मसूड़ों पर मलने से दांत और मसूड़े स्ट्रॉन्ग होते हैं। 
  • जामुन के पत्तों के रस से कुल्ला करने पर मुंह के छालों में आराम होता है। 
  • आग से जले के सफेद दागों पर जामुन के पत्तों का प्रतिदिन लेप लगाने से दाग ठीक हो जाते हैं।
  • अगर आप मुंह की दुर्गंध से परेशान है, तो जामुन के पत्ते चबाने और उसे चूसने से आपको लाभ मिलेगा।
  • 10 ग्राम जामुन के पत्तों को 250 मिली गाय के दूध में अच्छे से मिलाकर पीना भी पाइल्स की समस्या दूर करने में असरदार साबित होता है। लगातार सात दिनों तक दिन में 3 बार पीने से बवासीर में बहने वाला खून बन्द हो जाता है।
  • अगर आपके मसूड़े से खून आता है या कोई अन्य समस्या जैसे मसूड़ो में सूजन आदि है तो जामुन के कोमल पत्तों को पानी मे उबाल से और इस पानी से कुल्ला करने पर आपको लाभ अवश्य होगा।

जामुन के सिरके के फायदे (Benefits of Jamun Vinegar)

Balsamic Vinegar

जामुन का फल तो साल भर उपलब्ध नहीं होता, परंतु आप चाहे तो उसके फलो का सिरका बनाकर इसे साल भर इस्तेमाल कर सकते है। जिसके कई सारे फायदे है, आइये हम जामुन के सिरके से होने वाले फायदे को देखते है।

  • जामुन का सिरका 10 मिली रोज लेने से तिल्ली और लिवर के बढ़ने के विकार में बहुत लाभ होता है।
  • जामुन का सिरका शुगर के मरीज के लिए भी लाभप्रद है।
  • जामुन के सिरके का सेवन करने से पाचन तंत्र (Digestion) मजबूत होता है। साथ ही कब्ज, अपच, एसिडिटी जैसी बीमारियां दूर होती है।
  • इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। क्योंकि जामुन के सिरके में पोटैशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है।
  • जामुन का सिरका एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, इसलिए इसका सेवन करने से स्किन हेल्दी रहती है। साथ ही स्किन संबंधी समस्या भी दूर होती है।
  • रोजाना करीब 1-2 चम्मच सिरका का सेवन कर सकते हैं। 
  • हेयर फॉल को रोकने के लिए आप अपनी डाइट में जामुन के सिरके को शामिल करें।
  • अगर आपको भूख कम लगती हैं तो कुछ दिनों तक जामुन का सिरका किसी भी रूप में खाएं। कुछ ही दिनों में आपको असर नजर आ जाएगा।  
  • रोजाना करीब 1-2 चम्मच सिरका का सेवन कर सकते हैं। 

जामुन का सिरका बनाने की विधी (Recipe of Jamun Vinegar)

आवश्यक सामग्री

  • आधा किलो काले जामुन
  • 3-4 सूखी लाल मिर्च
  • आवश्यकतानुसार नमक 
  • आवश्यकतानुसार पानी 
  • कॉटन का कपड़ा
  • कांच की बोतल

विधि :-

सबसे पहले काले जामुन को साफ पानी से धोकर पोछ लें। इसमें पानी की एक बूंद भी नहीं रहनी चाहिए अगर जामुन में पानी की एक बूंद भी रह गई तो सिरका खराब हो जायेगा। सिरका बनाने के लिए सभी जामुन से गुठली अलग कर लें।  इसके बाद इसमें एक मिट्टी के बर्तन में नमक के साथ मिलाकर साफ कपड़े से ढककर धूप में रख दें। करीब 10-15 दिन धूप में रखने के बाद इससे निकले हुए पानी को कॉटन के कपड़े की मदद से छान लें। इसके बाद इसे कांच की बोलत में भर लें। अब इसमें सूखी लाल मिर्च डाल दें। आपका जामुन का सिरका बनकर तैयार है। अब आप जामुन के सिरके को फ्रिज में रख सकते है जामुन के सिरके को 15 दिन बाद ही फ्रिज में रखे उससे पहले सिरके को फ्रिज में ना रखे। रोजाना करीब 1-2 चम्मच सिरका का सेवन कर सकते हैं। आप चाहे तो सलाद में डालकर भी खा सकते है।

जामुन खाने का सही समय (Right Time to Eat Jamun)

जामुन खाने के आपको पूरे फायदे मिलें, इसके लिए खाने का सही समय भी आपको जानना चाहिए। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इसे दिन में किसी भी समय खाएं, लेकिन खाली पेट नहीं। खाना खाने के बाद इसका सेवन सही रहेगा। 

जामुन खाते वक़्त ध्यान रखने योग्य बाते (Things to keep in mind while eating Jamun)

किसी भी चीज की आवश्यकता से अति सेहत के लिये हानिकारक होती है, इसलिए हमे इस बात को ध्यान रखते हुये चीजों का सेवन करना चाहिए। आईये देखते है कि जामुन के सेवन मे क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए।

  • जामुन का सेवन निश्चित मात्रा में करना चाहिये नहीं तो नुकसान पहुचता है।विशेषज्ञों के अनुसार एक बार में 200 ग्राम से अधिक जामुन का सेवन नुकसानदायक है।
  • जामुन खाने के बाद दूध नही पीना चाहिये।
  • अधिक मात्रा में जामुन या जामुन के बीज का चूर्ण लेना फेफड़ों के लिए अच्छा नहीं होता। 
  • अगर शरीर में कहीं भी सूजन आ रही है तो जामुन का सेवन ना करें।
  • जामुन अधिक मात्रा में खाने से बुखार, शरीर में दर्द और गले की समस्या भी हो सकती है।
  • जामुन खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं।इससे डाय​रिया और अपच जैसी कई तरह की समस्याएं हो सकती है। 
  • जामुन खाने के तुरंत बाद ऐसे फूड ना खाना जिसमें हल्दी हो आपको नुकसान पहुंचा सकता है। 

पढ़ने के लिए धन्यवाद! 

                                                                                                                                                                              रीना जैन

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