Fenugreek

मेथी (Fenugreek): क्या रोज मेथी खाना सेहत के लिए अच्छा है?

कहते हैं ना कि हर वो चीज जिसका स्वाद थोड़ा सा कड़वा होता है और जीभ को पसंद नहीं आता वो हमारी सेहत के लिए बेहद फायेदमंद होती है। जैसे- करेला, नीम, आदि। इन्हीं में से एक मेथी दाना। मेथी दाना एक ऐसी चीज है जो हमारे किचन में हमेशा होती है, मेथी दाने के अलावा मेथी के पत्ते भी सेहतमंद होते हैं। मेथी के पत्तों का सेवन सेहत के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। इसमें विटामिन-सी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई रोगों से बचाते हैं। हमारे देश में मेथी सभी घर में किसी न किसी रूप में उपयोग किया जात है। हम सब मेथी को दाने, सब्जी, मेथी के लड्डू, मेथी के पराठे, मेथी की चटनी के रूप में बड़े चाव से खाते हैं। आपको बता दें कि मेथी को मामूली मसाला नहीं है बल्कि औषधीय गुणों और ढेर सारे न्यूट्रिएंट्स से भी भरपूर होती है। डायबीटीज कंट्रोल कर ना हो, पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर करनी हो, कलेस्ट्रॉल की दिक्कत ठीक करनी हो या फिर वेट लॉस करना हो मेथी की खूबियां इन सारी चीजों में आपकी मदद कर सकती हैं। मेथी के अंदर बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं। हम आपको इस लेख के जरिए मेथी के कुछ ऐसे गुणों के बारे में बताने वाले हैं जिससे आपको कई रोगों से मुक्ति पा सकती हैं।

मेथी में पोषक तत्व (Nutrients in Fenugreek)

मेथी में नियासिन, प्रोटीन, लाइसिन, विटामिन सी, कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, वसा, फाइबर, आयरन, मैंगनीज, कॉपर, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, विटामिन बी 6, फोलिक एसिड, सोडियम, जिंक, थियामिन, कैल्शियम, विटामिन के, पानी, कैरोटीन, ट्रायप्टोपान जैसे अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरुरी होते हैं।

मेथी क्या है? (What is Fenugreek?)

मेथी दाना हल्का भूरा और पीले रंग का छोटा बीज होता है। इसके पौधे की लम्बाई एक से दो फ़ीट तक होती है। इसकी पत्तियों का प्रयोग साग, सब्जी, रोटी ,पराठे आदि बनाने में किया जाता है। इसकी खेती सर्दी में होती है। इसमें सफ़ेद रंग के छोटे फूल आते हैं। लम्बी और पतली फलियां होती है, जिसमें इसके बीज होते हैं। एक फली में 10 से 20 बीज होते हैं। यह स्वाद में कड़वा होता है। इसकी अलग – अलग  किस्मो के आधार पर इसके दाने भी आकार में छोटे और बड़े होते हैं। रंगों में भी विभिन्नता होती है। मेथी Fabaceae फैमिली के अंतर्गत आता है। मेथी का वैज्ञानिक नाम Trigonella Foenum Graecum  है। 

मेथी के फायदे (Benefits of Fenugreek Seeds)

मेथी दाने के सेहत से जुड़े फायदे और अच्छे फ्लेवर के कारण इसे डाइट में शामिल कर सकते हैं। मेथी दाने के फायदे सेहत के लिए कई सारे हैं। आयुर्वेद का कहना है कि मेथी के दाने हमें रोज़ाना की तकलीफों से दूर रखते हैं। इस प्रकार मेथी को आप बीज, मेथी के पानी या मेथी के पाउडर के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। 

शुगर को कम करे (Fenugreek for Diabetes)

मेथी डायबिटीज को भी कंट्रोल करती है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। मेथी में घुलनशील फाइबर गैलाक्टोमेनन मौजूद होता है, जो रक्त में शुगर के सोखने की प्रक्रिया को कम करने में मदद करता है।

पीरियड संबंधित समस्याओं में (Menstrual Problems)

महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द, अधिक रक्तस्राव जैसी परेशानी होने लगती है। मासिक धर्म की प्रक्रिया को एस्ट्रोजेन नामक एक हारमोन नियंत्रित करता है। मेथी के दानों में एस्ट्रोजेन के गुण होते हैं, इसलिए यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक होता है। मेथी के सेवन से खून भी बनता है, और दर्द भी कम होता है। मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करें।

वजन कम करने में सहायक है (For Weight loss)

वजन भी कम करता है मेथी दाना। मेथी के बीज वजन कम करने में भी मदद करते हैं। मेथी के बीज को भून कर उसका पाउडर तैयार कर लें। इस पाउडर को सुबह के समय गर्म पानी के साथ खाएं। इसके अलावा, खाली पेट में भिगोए हुए मेथी के बीज का सेवन करने से भी वजन कम होता है। इससे पेट देर तक भरा हुआ रहता है। बेली फैट भी बर्न करता है।

अर्थराइटिस में फायदेमंद (Beneficial in Arthritis)

इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता है इस कारण यह अर्थराइटिस में उपयोगी होता है। यह सूजन कम कर दर्द में आराम दिलाता है। इसमें पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा मौजूद है जो अर्थराइटिस में बहुत आवश्यक तत्व है। पोटैशियम की कमी से दर्द का बढ़ना सामान्य बात है। सर्दी में यह समस्या जयदा होती है ,उस समय मेथी के लड्डू का सेवन उपयोगी होता है। मेनोपॉज़ के समय महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी हो जाती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। मेथी दाना में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेन इस समय बहुत उपयोगी होता है। 

ह्रदय के लिए फायदेमंद (Good For Heart)

कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ना दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा सकता है। नसों को साफ रखकर दिल के रोगों से बचने के लिए आपको मेथी के बीजों को भिगोकर या अंकुरित करके खाना चाहिए। इसमें पोटैशियम की अच्छी मात्रा उपलब्ध है। मैग्नीशियम की भी मौजूदगी है। यह दोनों हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए जरुरी हैं। यह ब्लड प्रेशर नार्मल रखने में मदद करते हैं। इसके सेवन से रक्त वाहिकाओं का लचीलापन बना रहता है। इससे रक्त का प्रवाह सही होता है।

बाल झड़ने की समस्या को करें दूर (Removes the Problem of Hair Fall)

बालों के लिए भी मेथी के दाने इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको हेयरफॉल की समस्या हो रही हैं तो मेथी के दानों को पानी में भिगोकर पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पेस्ट को अपने बालों में लगाएं और इससे बाल मजबूत होंगे और जल्दी सफेद भी नहीं होंगे। मेथी के अंकुरित दाने खाने से और इसके पानी से बालों को धोने से बाल झड़ने की समस्या कम होती है और बालों की ग्रोथ भी तेज होती है।

ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने में फायदेमंद (Beneficial in increasing Breast Milk)

डिलीवरी के बाद महिलाओं को मेथी का सेवन करवाया जाता है। इसके कई कारण  है डिलीवरी के बाद वात दोष बढ़ने के कारण  दर्द रहने लगता है। ऐसे में मेथी दाना का सेवन फायदेमंद होता है। शरीर में आयी कमजोरी को भी यह दूर करता है। इसके सेवन से इंफ्लामेशन की समस्या नहीं आती और वजन भी कण्ट्रोल में रहता है। गर्भाशय भी अपनी पूर्व स्थिति को प्राप्त करता है।मेथी में फाइटोएस्ट्रोजेन तथा गैलक्टोगोगुस नामक पदार्थ होता है। इससे ब्रैस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ता है। मेथी पोषक तत्वों का भंडार है। इसके सेवन से दूध की पौष्टिकता बढ़ती है। 

एसिडिटी से मिलेगी राहत (Relief from Acidity)

अगर आपके पेट में हमेशा गैस बनती है या फूला-फूला रहता है, तो आपको सुबह खाली पेट भीगी हुई मेथी का सेवन करना चाहिए। इससे आपको एसिडिटी से राहत मिल सकती है। भीगी हुई मेथी का सेवन पाचन को बढ़ावा देने और गैस्ट्राइटिस को दूर रखने के लिए भी अच्छा है। कब्ज, एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी पेट की समस्याओं से बचने के लिए आपको इसका सेवन करना चाहिए।

मेथी का उपयोग कैसे करें? (How To Use Fenugreek?)

डेली लाइफ में मेथी का उपयोग करने के कई तरीके हैं।

  • मेथी के दानों को आंच पर भून कर सब्जी या सलाद के साथ इस्तेमाल करें।
  • मेथी के भूने दानों को दोपहर या रात के खाने में उपयोग कर सकते है।
  • मेथी के दानों को पानी में रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट इनका सेवन कर सकते है।
  • मेथी के दानों को अंकुरित करके सुबह खली पेट खाया जा सकता है।
  • मेथी दाने की हर्बल चाय बनाकर पी सकते है-मेथी के दानो को को पानी में उबाल उसमें स्वादनुसार नींबू और शहद मिलकर सुबह और शाम पी सकते है।
  • मेथी के बीज से सब्जी भी छोंकी जा सकती है।
  • मेथी के अर्क साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों में पाए जाते हैं।
  • मेथी के बीजों का उपयोग एक मसाले के रूप में किया जा सकता है।
  • मेथी के बीजों से बने तेल को आप प्रयोग में ले सकते हैं।
  • मेथी की पत्तियों को धूप में सुखा लें फिर इनका आप जड़ी बूटियों के रूप में सेवन करें।
  • मेथी की ताजी पत्तियों का उपयोग एक सब्जी के रूप में किया जा सकता है।

मेथी के नुकसान (Disadvantages of Fenugreek)  

  • मेथी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे पाउडर के रूप में ज्यादा ली जाए तो गैस,दस्त ,पेटदर्द,उलटी,बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है।पाउडर की मात्रा 1 से 2 ग्राम के बीच होनी चाहिए। 
  • गर्भवती महिला यदि मेथी का सेवन करती हैं तो गर्भपात की आशंका रहती है। यह गर्भाशय में संकुचन लाता है और ओक्सीटोक्सिन हार्मोन को उत्तेजित करता है। 
  • यदि किसी को मेथी दाना से एलर्जी हो तो चकत्ते ,उबकाई आना ,सांस फूलने जैसी समस्या हो सकती है। 
  • अधिक मात्रा सुबह खाली पेट मेथी खाने से दस्त की शिकायत हो सकती है। क्योकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
  • मेथी दाना एक बीज है। हर प्रकार के बीज में फाइटिक एसिड मौजूद होता है। इसे भिगोकर खाने से फाइटिक एसिड का असर कम जाता है। लेकिन इसे पाउडर के रूप में प्रयोग करते हैं तो फाइटिक एसिड का असर ज्यादा रहता है।
  • डायबिटीज की मेडिसिन के साथ लेने से संभव है शुगर का लेवल रेंज से भी कम हो जाए। हाई बी पी की मेडिसिन के साथ भी ऐसा हो सकता है कि बी  पी लो हो जाये। इसलिए मेडिसीन के साथ लेनी हो तो डॉक्टर से परामर्श कर मेडिसीन का डोज तय करें। 
  • जब भी कोई व्यक्ति मेथी का अत्यधिक सेवन करता है तो यह सेवन उसके शरीर में पित्त की मात्रा को बढ़ा देता है। मेथी के दानों की तासीर गर्म होती है इसलिए अगर आप इसका अत्यधिक सेवन करते हैं तो आपको नकसीर की समस्या भी हो सकती है।
  • यह छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं है। इसे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं बताया गया है। 14  साल से बड़े बच्चों को कम मात्रा में इसे दिया जा सकता है। छोटे बच्चों को इसकी चाय भी नहीं देनी है। सब्जी, साग में मिलाकर पकाया हुआ कुछ मेथी दे सकते हैं। 
  • मेथी दाना में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है जो टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन को उत्तेजित कर उत्पादन बढ़ाता है। ऐसा लम्बे समय तक चलता रहा तो शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है। 

मेथी कितना लेना चाहिए? (How Much Fenugreek Should be Taken?)

पाउडर के रूप में – 1 से 2 ग्राम भूनकर पाउडर तैयार करें। 

भिगोकर– यदि भिगोकर कच्चा खाते हैं तो 5 से 10 ग्राम। 

अंकुरितअंकुरित मेथी दाना 5 ग्राम तक क्योंकि इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व ज्यादा होते हैं। 

पकाकर– भिगोया हुआ मेथी दाना पकाकर खाया जाये तो मात्रा 25 ग्राम तक सुरक्षित है। 

क्या रोज मेथी खाना अच्छा है? (Is it good to eat fenugreek seeds every day?)

नहीं, इसे लगातार नहीं लेना चाहिए।  एक महीने के बाद एक सप्ताह का या तीन महीने के बाद 1 महीने का गैप दें। गर्मी में इसका सेवन कम करें और सर्दी में मात्रा बढ़ा दें। इसमें औषधीय गुण है,इसलिए इसे लगातार नहीं लेना चाहिए। मेथी की तासीर गर्म होती है और ज्यादा मात्रा में गर्म चीज खाने से शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं।

मेथी दाना किसे नहीं खाना चाहिए? (Who should not eat Fenugreek Seeds?)

मेथी के दानो का सेवन कुछ लोगो के लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए इसको सावधानीपूर्वक खाना चाहिए।

  • लो ब्लड प्रेशर के मरीजों को मेथी के सेवन से बचना चाहिए।
  • मेथी के सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए। क्योकि इसकी तासीर गर्म होती है।
  • जिन्हें पाइल्स है,उनकी समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।
  • छोटे बच्चों (14  साल से छोटे) को मेथी के दानों नहीं देने चाहिए।

इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।

पढ़ने के लिए धन्यवाद!

                                                                                                                                                                              रीना जैन

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