मुलेठी एक गुणकारी जड़ी बूटी है, जिसे यष्टिमधु (Yashtimadhu) और जेष्टमधी (Jeshthamadh) के नाम से भी जाना जाता है। इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल भारत में कई वर्षों से होता चला आ रहा है, यह मुख्य रूप से सर्दी-जुकाम या खांसी में आराम पाने के लिए काफी इस्तेमाल की जाती है। स्वाद में मीठी मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है। इसकी तासीर ठंडी होती है, यानि सर्दियों में इसके सेवन से बचना चाहिए।
मुलेठी क्या है? (What is Licorice?)
मुलेठी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है, औषधि के लिए मुलेठी के तने और जड़ को छाल सहित सुखाकर इसका इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी को अंग्रेजी भाषा में लीकोरिस (Licorice) कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ग्लाइसीराइजा ग्लबरा (Glycyrrhiza glabra) है। इसके तने में कई औषधीय गुण होते हैं, लेकिन इसका स्वाद मीठा होता है। इसी वजह से आज के समय में कई टूथपेस्ट में मुलेठी का इस्तेमाल किया जाता है। यह बात, कफ, पित्त तीनों दोषों को शांत करके कई रोगों के उपचार में रामबाण का काम करती है।
मुलेठी के फायदे (Benefits of Licorice)
मुलेठी का इस्तेमाल सदियों से होता चला आ रहा है।ये स्वास्थ से जुड़ी कई सारी परेशानियों का हल निकाल देता है, ऐसे में चलिए जानते हैं कैसे ये स्वास्थ के लिए है फायदेमंद है।
खांसी के लिए (For Cough)
सर्दियों के मौसम में खांसी की समस्या काफी परेशान करती है, अगर आपको खांसी की समस्या है तो आप मुलेठी के एक टुकड़े को चूस कर खाएं, इससे खांसी में आराम मिलता है ।
पेट के लिए (Better For the Stomach)
गलत खान-पान के चलते कब्ज एसिडिटी और पेट संबंधी समस्याएं परेशान करती हैं। कब्ज से राहत पाने के लिए आप मुलेठी की चाय का सेवन कर सकते हैं। मुलेठी में मौजूद ग्लिसराइजिक एसिड गैस्टिक और अल्सर जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
मुंह की दुर्गंध दूर करती है (Removes Bad Breath)
मुंह से बदबू आने की समस्या में मुलेठी काफी असरदार साबित होती है। मुलेठी के टुकड़ों को सौंफ के साथ या सिर्फ मुलेठी को इस्तेमाल करने से मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है। मुंह में छाले हो जाने पर इसे चूसने और इसके पानी से कुल्ला करने से आराम मिलता है।
त्वचा के लिए (Skin)
यदि आपको बहुत ज्यादा मुंहासे, एक्ने या स्किन की दूसरी समस्या जैसे एक्जिमा है, तो मुलेठी आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है, इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटी-सेप्टिक जैसी प्रॉपर्टीज मौजूद होती हैं, जो त्वचा की समस्याओं को कम करते हैं। एक चम्मच मुलेठी पाउडर लें। इसमें चुटकी भर हल्दी और थोड़ा सा दूध मिलाएं, ताकि पेस्ट तैयार हो जाए। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाए। त्वचा साफ, स्वस्थ और मुलायम बनी रहेगी।
आंखों के लिए (For the Eyes)
मुलेठी को आंखों की जलन और लालपन को कम करने के लिए, बहुत ही लाभदायक उपचार माना जाता है। मुलेठी के चुर्ण को सौंफ के साथ इस्तेमाल करने से आंखों की जलन और लालपन में आराम मिलता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए (For High Cholesterol)
यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटी शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कुशलता से कम करती है, ब्लड वेसल में फैट के जमाव को रोकती है और एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) को भी कम करती है। इस प्रकार यह हार्ट ब्लॉकेज, स्ट्रोक और दिल के दौरे के जोखिम को कम करता है।
मुलेठी के नुकसान (Side Effects of Licorice)
अधिक मात्रा में मुलेठी के सेवन से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- पोटैशियम की कमी,
- मसल क्रैम्प्स,
- ग्लूकोस लेवल का बढ़ना,
- किडनी की समस्या,
- सिरदर्द, सूजन,
- सांस की तकलीफ,
- मांसपेशियों का कमजोर होना,
- जोड़ो में दर्द व अकड़न
मुलेठी का उपयोग (How to Use Licorice in Hindi?)
मुलेठी का उपयोग इस प्रकार किया जा सकता है।
- मुलेठी के पाउडर को पानी के साथ मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
- दूध में मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
- मुलेठी पाउडर को नींबू रस के साथ पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- मुलेठी चूर्ण के रूप में (पानी या दूध के साथ), काढ़ा बनाकर, दंतमंजन आदि में उपयोग की जाती है।
कितनी मात्रा में मुलेठी खाना स्वास्थ्य के लिए बेहतर?
(How much quantity of Licorice is good for health?)
इसके बहुत छोटे से टुकड़े को ही खाने के लिए इस्तेमाल करें। आमतौर पर मुलेठी का सेवन 3-5 ग्राम ही पाउडर के रूप में करना चाहिए। आपको बता दें कि मुलेठी की तासीर ठंडी होती है। इसलिए सर्दियों के मौसम में इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।फिर भी इसके सेवन की सही मात्रा की जानकारी के लिए एक बार आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
नोट- मुलेठी के आयुर्वेदिक गुण का लाभ लेने के लिए मुलेठी को किसी भी ग्रोसरी स्टोर से खरीदा जा सकता है। कोशिश करें कि मुलेठी का पाउडर घर पर ही बना लें, क्योंकि बाजार में पाउडर के रूप में बिक रही मुलेठी में मिलावट भी हो सकती है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
रीना जैन
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