ऑरेगैनो एक हर्ब है जो सिर्फ स्वाद के लिए ही नहीं, स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। जो मुख्य रूप से पिज़्ज़ा (Pizza), पास्ता (Pasta) इत्यादि में उपयोग किया जाता है। यह भोजन को एक अलग स्वाद और खुश्बू प्रदान करता है। अधिकतर जगह ओरिगैनो का प्रयोग पिज़्ज़ा हर्ब के रूप में होता है। इसलिए लोग ओरिगैनो को केवल पिज्जा में स्वाद बढ़ाने वाले तत्व के रुप में ही जानते हैं। परन्तु बता दें ओरिगैनो के और भी कई फायदे हैं जिनके बारे में आप नहीं जानतें होंगे। चलिए आज के लेख में आपको ओरेगेनो के पोषक तत्व, उपयोग, फायदे व नुकसान के बारे में बताते हैं।
ओरिगैनो क्या होता है? (What is Oregano?)
ओरेगेनो अजवाइन की पत्ती को कहते है।ऑरिगेनो का स्वाद तीखा और तेज़ होता है।ऑरिगेनो को मुख्य रूप से नमकीन खाद्य पदार्थों में डाला जाता है।इसका वानस्पतिक नाम ओरिगानम वल्गरे (Origanum vulgare) है। मीठी नीम, पुदीना, धानिया पत्ती का उपयोग जैसे हम खाने का जायका बढ़ाने के लिए करते हैं, उसी प्रकार oregano का उपयोग भी मसाले के रूप में खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। ओरिगैनो का इस्तेमाल इटालियन (Italian) खाने में सर्वाधिक होता है। ओरेगेनो की तासीर गर्म होती है।
अजवाइन की पत्तियों का इस्तेमाल सूखने के उपरांत ही मसालों के रूप में किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि सूखने के बाद ओरिगैनो का स्वाद बढ़ जाता है। यह स्वाद में तीखा और कसैला लगता है।
ओरेगेनो के पौष्टिक तत्व (Oregano Nutritional Value)
ओरेगेनो में कई प्रकार के पोषक तत्व, मिनरल और विटामिन पाए जाते है। इसकी 100 ग्राम सूखी पत्तियों में निम्न पोषक तत्व पाए जाते है।
- 9 ग्राम प्रोटीन
- 68.92 ग्राम कार्बोहाइड्रेट
- 4.09 ग्राम शुगर
- 1597 मिलीग्राम कैल्शियम
- 1260 मिलीग्राम पोटेशियम
- 36.8 मिलीग्राम आयरन
- 270 मिलीग्राम मैग्नीशियम
- 148 मिलीग्राम फास्फोरस
- 2.3 मिलीग्राम विटामिन सी
- 0.177 मिलीग्राम थियामिन
- 4.64 मिलीग्राम नियासिन
- 1.044 मिलीग्राम विटामिन-बी 6
- 1.551 ग्राम फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड
- विटामिन-ए, ई, के प्रचूर मात्रा में पाये जाते हैं।
ओरेगेनो के फायदे (Oregano Health Benefits)
ओरिगैनो में कई तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो अच्छी सेहत के लिए लाभदायक होते हैं।
सूजन को करे कम (Reduce Swelling)
ओरिगैनो में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, पोटैशियम, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी जैसे कई तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो सूजन को आसानी से कम करते हैं। ओरिगैनो की पत्तियों से तैयार पेस्ट या ओरिगैनो तेल का उपयोग सूजन वाले भाग पर करने से जल्द आराम मिलता है।
फ्लू रोगों में है फायदेमंद (Beneficial in Flu Diseases)
ओरिगैनो एक ऐसी जड़ी बूटी है जो फ्लू रोगों से शरीर को बचाने में मदद करती है। ओरिगैनो में एंटी वायरल, एंटी एलर्जी, एंटीबैक्टीरियल तत्वों के आलावा इन्फ्लुएंजा गुण भी पाए जाते हैं जो शरीर को संक्रमित करने वाले बैक्ट्रिया को नष्ट कर देते हैं।
डायबिटीज में फायदेमंद (Beneficial in Diabetes)
ऑरेगैनो की पत्तियों का अर्क शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन के बिगड़े हुए स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही ये लिपिड मेटाबॉलिज्म में भी सुधार कर सकता है और डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिवर व किडनी को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है।
आर्थराइटिस में फायदेमंद (Beneficial in Arthritis)
ऑरेगेनो को आर्थराइटिस के मरीजों के लिए वरदान माना जाता है।इसमें कारवाक्रोल नाम का मोनोटेरेपिक फिनोल कंपाउंड पाया जाता है।इस कंपाउंड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन में काफी आराम देते हैं।आर्थराइटिस के मरीज इसकी पत्तियों को पानी में उबाल कर चाय की तरह सुबह के समय इसका सेवन कर सकते हैं और ऑरेगेनो के एसेंशियल ऑयल से जोड़ों की मसाज कर सकते हैं।
पेट दर्द में फायदेमंद (Beneficial in Stomach Ache)
खान—पान में असावधनी होने से हमें अस्कर कब्ज, अपच व अन्य कई कारणों से पेट में दर्द होता है। ऐसे में पेट दर्द में आराम पाने के लिए हम ओरेगेनो का उपयोग कर सकते हैं।इसके लिए हमें एक गिलास पानी में एक से दो बूंद ओरेगोने के तेल की डालकर इसको पीना चाहिए।इसमें मोनोटेरेपिक फिनोल (Monoterpenic Phenol) नाम का एक पदार्थ होता है। जो दर्द को कम करने में मदद करता है।
एनीमिया से राहत दिलाए (Relieve in Anemia)
ऑरेगैनो की पत्तियों में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो आयरन की कमी को पूरा करने में मदद कर सकता है। इसके लिए ऑरेगैनो की सूखी पत्तियों को पानी में उबाल कर, उस पानी का सेवन किया जा सकता है।
ओरेगेनो के नुकसान (Side Effects of Oregano)
कम मात्रा में ओरेगेनो का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है। लेकिन कुछ स्थितियों में इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
- जिन लोगों को बेसिल, लैवेंडर, पुदीना से एलर्जी होती है, उन्हें ऑरेगैनो से भी एलर्जी हो सकती है, क्योंकि ऑरेगैनो भी इन्ही के परिवार से आता है।
- रक्त के थक्के जमने की समस्या होती है तो ओरेगेनो का सेवन नहीं करना चाहिए।
- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ओरेगेनो का सेवन नहीं करना चाहिए। यह शरीर के लिए हानिकारक होता है।
- यदि आपका ब्लड प्रेशर पहले से कम है तो ओरेगेनो का सेवन नहीं करना चाहिए।
- ओरिगैनो ऑयल को अधिक मात्रा में लेने से आंतरिक प्रणाली को नुकसान पहुंच सकता है।
- जिन लोगों में ब्लीडिंग डिसऑर्डर होता है हो सकता है उन्हें इससे परेशानी हो।
- प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसका सेवन न करें।
घर पर ऐसे बनाएं ऑरिगेनो (How to Make Oregano at Home?)
घर पर ऑरिगैनो बनाने के लिए आपको बस एक ही सामग्री की जरूरत होगी और वो है अजवाइन के पत्ते। ये आपको बहुत ही आसानी से मार्केट में मिल जाएंगे या फिर आप घर पर अजवाइन का पेड़ ही लगा सकती हैं जो बहुत ही आसानी से लग जाता है।
सबसे पहले अजवाइन के पत्ते आप धोकर सुखा लें। आप इन्हें धूप में भी सुखा सकते हैं, लेकिन ये काफी दिन ले लेंगे सूखने में और इसलिए सबसे आसान तरीका यही होगा कि आप इसे तवे पर सेंक लें। अगर आप इन्हें माइक्रोवेव करना चाहें तो वो भी कर सकते हैं, लेकिन बीच में बार-बार इन्हें पलटें ताकि ये दोनों तरफ से अच्छे से सिंक जाएं और सूख भी जाएं। इसे तवे पर आप पलट-पलट कर सेकें जिससे ये ड्राई हो जाएं।
जब ये पत्ते ड्राई हो जाएं तो आप इसे चूर लें। ये हाथों से ही चूरा हो जाएंगे और बस यही होगा आपका ऑरिगेनो शुरुआत में ये हरा दिखेगा, लेकिन जब आप इसे स्टोर कर लेंगी तो ये बाज़ार में मिलने वाले ऑरिगेनो की तरह ब्राउन हो जाएगा।
ओरिगैनो का उपयोग (Use of Oregano)
इसका उपयोग निम्नलिखित तरह से किया जा सकता है। जैसे-
सलाद– सलाद में ताजे ओरिगैनो के पत्तों को मिलाकर सलाद के स्वाद को बढ़ाया जा सकता है। यह सेहत के लिए भी लाभकारी होता है।
सॉस– अगर आप सॉस खाने के शौकीन हैं तो सूखे ओरिगैनो (ड्रायड ओरिगैनो) को सॉस में मिलाकर खा सकते हैं।
मसाले– इसका प्रयोग रोस्टेड पनीर या स्प्राउट्स में डालकर सेवन किया जा सकता है।
टॉपिंग– ओरिगैनो को बारीक-बारीक काटकर सूप अन्य खाद्य पदार्थों में डाल कर सेवन किया जा सकता है।
आप ऑरेगेनो की सूखी पत्तियों को पानी में उबालकर, नींबू और शहद डालकर चाय की तरह पी सकते हैं। इसके अलावा अर्क के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं या सूप आदि में डालकर ले सकते हैं।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सक से परामर्श करें।
रीना जैन
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