इसे अंग्रेजी में शोल्डर स्टैंड पोज (Shoulder Stand Pose) कहते है। सर्वांगासन संस्कृत के दो शब्दों सर्व (Sarva) और अंग(Anga) से मिलकर बना है। जहां सर्व का मतलब सभी (all) और अंग का मतलब शरीर के अंग (body part) से है। सर्वांगासन करने से इसमें शरीर के सभी अंग शामिल होते हैं इसलिए इस आसन को सर्वांगासन (Sarvangasana) कहा जाता है। इस योगासन को ‘मदर ऑफ आसन’ के रूप में भी जाना जाता है।
सर्वांगासन कैसे करें? (Shoulder Stand Pose Steps in Hindi)
सर्वांगासन के फायदे प्राप्त करने के लिए सर्वांगासन करने का सही तरीका पता होना भी जरूरी हैं। सर्वंगासना शरीर के लिए एक पूरा व्यायाम है। इसे करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन रोजाना करने से सब आसान हो जाता है।
- सुखासन या वज्रासन में बैठकर अपनी सांसों को सामान्य करें।
- अब कमर के बल सीधा लेट जाएं।
- अपने हाथों को जमीन पर सीधा रखें धीरे – धीरे अपने पैरों को 90 डिग्री पर ऊपर उठाएं।
- अब धीरे-धीरे अपने पैर, कूल्हों और कमर को उपर उठाए अर्ध-हलासन की स्थिति में आ जाए।
- अब दोनों हाथों को जमीन से उठाकर पीठ को सहारा दें हाथों की कोहिनयाँ जमीन पर ही होनी चाहिए।
- अब कूल्हों और कमर को थोड़ा उपर उठाकर एकदम सीधा कर लें,ध्यान रहे कि आपके दोनों पैर आपस में सटे और सीधे रहें।
- इस दौरान आपके शरीर का भार कंधों, कोहनियों और सिर पर होगा।
- कोशिश करें की पैर की उंगलियां बिल्कुल नाक की सीध में हो,और आपकी ठोड़ी छाती के करीब होनी चाहिए।
- अब इस स्थिति में 30 सेकंड या अपनी क्षमता अनुसार कुछ देर रुके और सांस लेते, छोड़ते रहे।
- इस आसन से बाहर आने के लिए पैर के घुटनों को धीरे-धीरे अपने माथे की ओर लाए और हाथों को जमीन पर रखें।
- बिना सिर उपर किये कमर को नीचे लाए और थोड़ी देर विश्राम करें।
- यह एक चक्र हुआ। इस तरह से आप 3 से 5 चक्र करें।
सर्वांगासन करने से पहले ये आसन करें (Do these Asanas Before Doing Shoulder Stand Pose)
सर्वांगासन करने से पहले शरीर को थोड़ा गर्म करना और मसल्स को थोड़ा स्ट्रेच करना जरूरी होता हैं, इसके लिए आप सर्वांगासन से पहले ये योगासन कर सकते हैं।
- उष्ट्रासन
- सेतुबंधासन
- हलासना
सर्वांगासन के बाद कौन से योगासन करें
(Which Yogasan to do After Shoulder Stand Pose?)
सर्वांगासन से शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ जाता हैं और कंधों पर भी ज्यादा जोर पड़ता हैं, इसलिए इस आसन से बाहर आने के बाद कभी भी एकदम से खड़े न हो। बेहतर होगा की आप थोड़ी देर शवासन की स्थिति में लेटे रहें और अपनी सांसों को स्थिर करें। इसके पश्चात मत्स्यासन का अभ्यास अवश्य करें।
सर्वांगासन योग करने का सही समय (Right Time to do Shoulder Stand Pose)
सर्वांगासन का अभ्यास आप सुबह या शाम के समय कर सकते हैं। ध्यान रहे की सर्वांगासन का अभ्यास हमेशा खाली पेट ही करें, भोजन में बाद इस आसन का अभ्यास बिल्कुल भी न करें। भोजन में 5 -6 घंटे ही सर्वांगासन का अभ्यास करना उचित होता हैं।
सर्वागासन के लाभ (Benefits of Shoulder Stand Pose)
- थायराइड एवं पिट्यूरिटी ग्लैंड के मुख्य रूप से क्रियाशील होने से यह Height बढ़ने में लाभदायक है। थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ रहती है।
- सर्वागासन से रोजाना करने से दमा, मोटापा एवं थकान आदि विकार दूर होते है।यह पेट, कमर, कूल्हों व जांघों की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में सहायक होता हैं।
- सर्वागासन से रक्तप्रवाह हमारे मस्तिष्क के और होता है। इससे हमारी बुद्धि का विकास होता है। और हमारी स्मरण शक्ति का भी विकास होता है।
- शीर्षासन से जो लाभ हमे मिलते है वही लाभ हमे सर्वागासन से भी मिलते है।
- हमारे पीठ और कंधे मजबूत और बलशाली होते है।
- सिरदर्द व माइग्रेन की समस्या में भी सर्वांगासन लाभकारी होता हैं।
- पूरा Blood हमारे चेहरे की और आता है जिससे हमारे चेहरे का ग्लो बढ़ता है।कील मुहासे स्किन प्रॉब्लम दूर हो जाती है, झुर्रिया मिट जाती है। और चेहरा सुंदर और आकर्षक दिखाई देने लगता हैं।
- बालों का झड़ना व टूटना आज की तारीख में एक आम समस्या हैं सर्वांगासन योग करने से ब्लड का फ्लो सिर तक अच्छे से पहुंचता हैं, जिसका लाभ बालों को भी मिलता हैं और इससे बाल मजबूत होने लगते हैं।
- यह आसन स्त्रीयो में विशेष लाभदायक है स्त्रियों के प्रजनन अंगो , मासिक धर्म कष्ट , मासिक धर्म अनियमितता , प्रमेह , बांझपन , खून की कमी , गर्भाशय के रोग अदि रोगों में लाभदायक है।
- आखो , गले और नाक से संबधित विकारो में लाभदायक है।
- वेरिकोज वेन की समस्या से राहत मिलती है।
- आंखों की रोशनी, निम्न रक्तचाप, पाचन-संस्थान से सम्बधि रोग, रक्त विकार और मधुमेह जैसे रोगों में सर्वांगासन काफी लाभ देता है।
सर्वांगासन में सावधानियां (Precautions to be taken while doing Shoulder Stand Pose)
- स्लिप डिस्क या कमर से संबंधी किसी भी गंभीर समस्या में सर्वांगासन का अभ्यास करने से बचें
- गर्दन या कंधे की चोट या दर्द में भी इस आसन का अभ्यास न करें
- सिरदर्द, बुखार या किसी भी प्रकार की गंभीर शारीरिक समस्या में भी सर्वांगासन का अभ्यास न करें
- इस आसन को करते समय शरीर से किसी तरह की कोई जोर जबरदस्ती न करें, अपनी शारीरक क्षमता के अनुसार ही इस आसन का अभ्यास करें
- गर्दन का खास ख्याल रखें। सर्वांगासन करने का तरीका ऐसा हो कि आपका वजन कंधों पर हो गर्दन पर नहीं।
- किसी योग गुरु या अनुभवी व्यक्ति की देखरेख में इस आसन को करें।
इसका अभ्यास सावधानी से और हो सके तो योग प्रशिक्षक के दिशा निर्देशन में करे।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
रीना जैन
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