त्रिकोणासन योग करते समय बॉडी का आकार त्रिकोण (Triangle) के जैसा हो जाता है, इसलिए इसे त्रिकोणासन या Triangle Pose कहा जाता हैं। यह योगासन काफी सरल है और इसका अभ्यास आसानी से किया जा सकता है। त्रिकोणासन, हठ योग की श्रेणी का एक आसन है। ‘त्रिकोण’ का अर्थ होता है, त्रिभुज और आसन का अर्थ योग है। इसका मतलब यह हुआ कि इस आसन में शरीर त्रिकोण की आकृति का हो जाता है, इसीलिए इसका नाम त्रिकोणासन रखा गया है।यह योग मुद्रा आपके बॉडी पोस्चर को बेहतर करने में मदद करता है। त्रिकोणासन पैरों, घुटनों, एड़ी यानि एंकल्स, बाजुओं और सीने को मजबूत करने में मदद करता है। इस आसन की मदद से कूल्हों, हैमस्ट्रिंग, काव्स, कंधों, सीने और रीढ़ को स्ट्रेच करता है और इन्हें खोलता है।यह आसन आपके शरीर की लचक और स्थिरता के लिए काफी लाभदायक होता है। इस आसन को रोजाना करने से आपकी मानसिक सेहत भी सही रहती है और आप चिंता और स्ट्रेस से भी इसे करने से मुक्ति पा सकते हैं।
त्रिकोणासन करने का तरीका (Steps to do Trikonasana)
- इस आसन को करने के लिए योग मैट पर खड़े हो जाएं।
- इस दौरान अपने पैरों के बीच दो फीट की दूरी बनाएं। साथ ही अपने हाथों को शरीर से सटाकर रखें।
- इसके बाद बांहों को शरीर से दूर कंधे तक फैलाएं।
- अब सांस को अंदर की ओर खींचते हुए दाएं हाथ को ऊपर उठाकर कान के पास लाएं।
- इसके साथ ही बाएं पैर को बाहर की ओर मोड़ें। अब अपनी सांस को बाहर की ओर छोड़ते हुए कमर को बाईं ओर झुकाएं।
- ध्यान रखें कि इस दौरान अपने घुटनों को न मोड़ें। साथ ही अपने दाएं हाथ को कान से सटाकर रखें।
- इसके बाद दाएं हाथ को जमीन के समानांतर लाने की कोशिश करें। साथ ही बाएं हाथ से बाएं एंकल को छूने की कोशिश करें।
- सिर को भी आसमान की ओर उठाएं और आंखों को खोलकर ऊपर की ओर देखें।
- इस मुद्रा में करीब 30 सेकंड तक रहें। अब सांस लेते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में वापस आ जाएं।
- पहले की तरह ही दाईं तरफ भी झुक कर इस आसन को पूरा करें।
- नियमित रूप से कम से कम तीन से चार चक्र त्रिकोणासन का अभ्यास अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है ।
त्रिकोणासन करने के फायदे (Benefits of Triangle pose)
पीठ दर्द से राहत (Benefits in Back pain)
अगर आप पीठ में दर्द की समस्या से ग्रस्त हैं तो त्रिकोणासन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। करीब दो हफ्तों तक नियमित त्रिकोणासन करने से कमर दर्द से राहत मिल सकती है।
ग्लोइंग स्किन (Glowing Skin)
इस आसन के अभ्यास से शरीर मे रक्त संचार बढ़ता हैं जिसका लाभ चेहरे को भी मिलता हैं। नियमित त्रिकोणासन का अभ्यास करने से चेहरे का ग्लो बढ़ता हैं, झुर्रियां कम होती हैं और चेहरा सुंदर और आकर्षक दिखाई देता हैं।
पेट की चर्बी कम करने में सहायक (Helpful in Reducing Belly Fat)
गलत खानपान और कम शारिरिक गतिविधि के कारण पेट की बढ़ती चर्बी आज की तारीख में सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही हैं। ऐसे में पेट की चर्बी कम करने के लिए त्रिकोणासन का अभ्यास बेहद फायदेमंद हो सकता हैं। सही खानपान के साथ अगर त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास किया जाए तो आप आसानी से पेट की बढ़ती चर्बी पर काबू पा सकते हैं।
मांसपेशियां मजबूत होती हैं (Stronger Muscles)
त्रिकोणासन के फायदे के बारे में आगे बात करें तो इससे शरीर की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। त्रिकोणासन करने से कमर, कंधे, जांघ, पेट, गर्दन व कूल्हों की मांसपेसियों पर सबसे ज्यादा जोर पड़ता हैं, जिस वजह से ये मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
पाचन क्रिया सुधारने में सहायक (Improve Digestion)
पाचन तंत्र का खराब रहना, शरीर में कई समश्याओं को बढ़ावा देता हैं। इस आसन को करने से पेट की समस्त क्रियायें चुस्त-दुरुस्त रहती हैं अतः कब्ज, गैस, अफारा जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है।
हाइट बढ़ाए (Increase Height)
त्रिकोणासन का अभ्यास करने से हाइट बढ़ाया जा सकता है। खासतौर बढ़ती उम्र के बच्चों को इस आसन का नियमित अभ्यास करने की सलाह देनी चाहिए।बच्चे यदि नियमित त्रिकोणासन करें तो यह आसन उनकी लंबाई (Height) को बढ़ाने में भी काफी सहायक होता है।
ह्रदय एवं फेफड़ों के लिए (For Heart and Lungs)
त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास ह्रदय एवं फेफड़ों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है क्योंकि इससे सीने पर प्रभाव पड़ने के कारण आसपास के सभी अंगों में ऊर्जा एवं रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे उनके स्वास्थ्य में बेहतरीन सुधार होने लगता है।
चिंता व तनाव को कम करना (Reducing Stress and Anxiety)
इसके नियमित अभ्यास से आपके शरीर के ग्लैंड्स उचित मात्रा में हॉर्मोन का स्राव करता है जो धीरे धीरे आपको तनाव ग्रस्त जिंदगी से दूर जाता है।
त्रिकोणासन करने का सही समय (Right Time to do Trikonasana)
त्रिकोणासन (Trikonasana) के अभ्यास का सबसे उत्तम समय सुबह का समय हैं। सुबह फ्रेश होने के बाद आप इसका अभ्यास कर सकते हैं। साथ ही अगर किसी कारणवश आप त्रिकोणासन का अभ्यास सुबह न कर पाएं तो शाम के समय भी आप इसका अभ्यास कर सकते हैं। ध्यान रहे कि भोजन करने के बाद त्रिकोणासन का अभ्यास न करें।
त्रिकोणासन करने से पहले कौन से आसन करने चाहिए
- ताड़ासन
- वृक्षासन
- सूर्य नमस्कार
त्रिकोणासन करने के बाद कौन से आसन करने चाहिए
- कटिचक्रासन
- वीरभद्रासन
त्रिकोणासन में सावधानियां (Trikonasana Precautions)
- बहुत अधिक कमर दर्द होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए।
- स्लिप डिस्क वाले को इस आसन के अभ्यास से बचना चाहिए।
- High BP में इसको करने से बचना चाहिए।
- अगर सिर में चक्कर आ रहा हो तो इसका अभ्यास नहीं करनी चाहिए।
- गर्दन और पीठ में अधिक दर्द होने पर इसके प्रैक्टिस से बचना चाहिए।
- हाइपर एसिडिटी में इसको करने से बचे।
- किसी भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को विशेषज्ञ की सलाह से ही त्रिकोणासन का अभ्यास करना चाहिए।
इसका अभ्यास सावधानी से और हो सके तो योग प्रशिक्षक के दिशा निर्देशन में करे।
पढ़ने के लिए धन्यवाद!
रीना जैन
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