Which Dryfruits should be soaked?

Dry Fruits: क्या सभी ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खाना चाहिए?

ड्राईफ्रूट का सेवन गर्मी और सर्दी सभी मौसम में फायदेमंद होता है। ड्राई फूट्स शरीर को एनर्जी देने के साथ ही , हाई बीपी, कैंसर, ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के साथ ही इम्युनिटी और ब्रेन पावर को भी बढ़ाते हैं। स्किन से लेकर बालों तक के लिए ड्राई फ्रूट्स से विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं। हालांकि कई लोग गर्मियों में ड्राई फ्रूट्स खाने से बचते हैं। आपको बता दें कि मौसम कैसा भी हो, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ड्राई फ्रूट्स जरूर खाएं।सूखे मेवे या ड्राई फ्रूट्स की तासीर काफी गर्म होती है। इसलिए गर्मियों में ड्राई फ्रूट्स का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। आप गर्मियों में कुछ ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खा सकते हैं।

ड्राई फ्रूट्स के फायदे और नुकसान – Dry Fruits Benefits And Side effects in  Hindi

क्या सभी ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खाना चाहिए?

(Should all Dry Fruits be Soaked and Eaten?)

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कभी भी हमें सभी ड्राई फ्रूट्स को नहीं भिगोना चाहिए। कुछ को भिगोकर खाने से फायदा मिलता है। कुछ को भिगोकर खाने से उसके सारे गुण ही खत्म हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि हमें पता हो कि किस ड्राई फ्रूट को भिगोकर खाना चाहिए और किसे नहीं। 

क्यो खाना चाहिए ड्राईफ्रूट्स को भिगोकर?

(Why Should Dry Fruits be Eaten Soaked?)

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आपको शायद जानकारी न हो तो बता दें कि जब आप कुछ ड्राई फ्रूट्स को भिगो कर खाते हैं तो ये ड्राई फ्रूट्स को भिगोने से अंकुरण में मदद मिलेगी, उनकी पोषण सामग्री में वृद्धि होगी। ड्राई फ्रूट्स को भिगो कर रखने से उस ड्राई फ्रूट की बाहरी परत में मौजूद फाइटेट्स और ऑक्सालेट जैसे एंटी न्यूट्रिएंट्स खत्म हो जाते हैं और आपको सिर्फ पोषण ही प्राप्त होता है। इसलिए कुछ ड्राई फ्रूट को भिगोकर खाने की ही सलाह दी जाती है।

किन ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खाना चाहिए और किन्हें नहीं?

(Which Dry Fruits Should be Eaten Soaked and which Should not?)

किशमिश (Raisin)

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किशमिश में प्रिजर्वेटिव्स का प्रयोग होता है इसलिए जब इसे भिगोकर कर रखा जाता है तो इसमें से हानिकारक प्रिजर्वेटिव्स हट जाते हैं और आपको सिर्फ पोषक तत्व ही प्राप्त होते हैं। किशमिश को भिगोकर खाने से पाचनतंत्र मजबूत बनता है।इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने में भी किशमिश मदद करती है। भीगी हुई किशमिश खाने से शरीर में आयरन की कमी पूरी होती है और एनीमिया की समस्या दूर हो जाती है।

बादाम (Almond)

ARCHAEOLOGY OF PULSES, NUTS & GRAINS - Almond - Chef's Mandala

बादाम में हाई लेवल पर मोनोअनसैचुरेटिड फैट होता है जो हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है । बादाम फाइबर और विटामिन ई से भरपूर होता है । इसमें भरपूर एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो वजन घटाने में मदद करते हैं बादाम के छिलके में भी टैनिन होता है, जिसे खाने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। दरअसल टैनिन हमारे शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकने का काम करता है। इसे भिगोकर कर व छिलके को हटाकर खाना चाहिए ।

मुनक्का (Raisins)

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 मुनक्का में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, लौह तत्व, फास्फोरस, आयरन आदि पौष्टिक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं । मुनक्का खून बढ़ाता है। मुनक्का पर सेंधा नमक व काली मिर्च लगाकर खाने से भूख खुलती है तथा पाचन शक्ति मजबूत होती है। शरीर की कमजोरी में भी मुनक्का भिगोकर खाना फायदेमंद रहता है । आप भिगे हुए मुनक्का के अलावा इसे दूध में डालकर भी पी सकते हैं।

अखरोट (Walnut)

सूखे मेवे के नाम हिंदी अंग्रेजी में फोटो के साथ Dry Fruits

अखरोट में आयरन, कैल्शियम, कॉपर और ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है। अखरोट की तासीर काफी गर्म होती है लेकिन सर्दियों में अखरोट खाना काफी फायदेमंद होता है । आप यूँ ही खा सकते हैं। अगर आप गर्मियों में अखरोट खाना चाहते हैं, तो इसे रातभर भिगोकर रखें और फिर सुबह उस अखरोट को खा लें, हालांकि इसे ज्यादा मात्रा में खाने से बचें ।

 काजू (Cashew)

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काजू में मैगनीशियम, जिंक , कॉपर, प्रोटीन, कैल्शियम आदि गुण पाए जाते हैं । काजू हड्डियों तथा जोड़ों को लचीला तथा मजबूत बनाता है। दांत तथा मसूड़े स्वस्थ व मजबूत होते हैं। कैलोरी की मात्रा अधिक होने के कारण कम मात्रा में खाना उचित रहता है। आप कच्चा, या भूनकर खा सकते हैं।

पिस्ता (Pistachio)

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इसमें विटामिन ई, विटामिन बी-6, थिआमिन, मैग्नीशियम और फासफोरस होता है। इसमें नाम मात्र की कैलोरी होती है। एल-आर्जीनिन नाम का पोषक-तत्व होता है जो आपकी आर्ट्रीज की परत को और लचीला बना देती है, जिससे ब्लड क्लॉटिंग के विकास की संभावना कम हो जाती है। आपको बता दें कि ये ब्लड कलॉटिंग हार्ट अटैक का कारण बनता है। पिस्ते को आप चाहें तो यूँ भी खा सकते हैं या फिर आप इसे भूनकर भी खा सकते हैं।

मूंगफली (Groundnut)

Groundnuts – Asante Produce

 मूंगफली में आयरन, कॉपर, पोटैशियम, फाइबर आदि तत्व पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से हृदय रोगों का खतरा कम होता है। मूंगफली को रात भर भिगोने के बाद सुबह खाने से ज्यादा फायदा होता है। मूंगफली को आप कच्चा, भिगोकर या भूनकर खा सकते हैं।

ड्राई फ्रूट्स किस समय खाना चाहिए और क्यों

(When Should Dry Fruits be Eaten and why?)

सुबह खाली पेट  ड्राईफ्रूट्स खाना चाहिए। खाली पेट खाने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और ड्राई फ्रू्टस के मिनरल्स और विटामिन ब्लड में तेजी से घुल जाते हैं। इससे इम्युनिटी बढ़ती है और दिन भर एनर्जी बनी रहती है। खाली पेट बादाम, अखरोट और पिस्ता खाने से शारीरिक और मानसिक कमजोरी कम होती है।

एक दिन में कितना ड्राई फ्रूट्स खाना चाहिए

(How Many Dry fruits Should be Eaten in a Day?)

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रोजाना मुट्ठी भर ड्राई फ्रूट्स खाना उचित है। या फिर एक सामान्य व्यक्ति दिन भर में 15-20 ग्राम ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकता है। दिन भर में काजू-बादाम-पिस्ता जैसे ड्राई फ्रूट्स 5-5 ग्राम यानी 5-5 दानों से ज्यादा नहीं क्योंकि अधिक मात्रा में सेवन से वजन बढ़ सकता है।

ड्राई फ्रूट्स अधिक खाने के नुकसान

(Disadvantages of Eating More Dry Fruits than needed)

अगर तय सीमा से ड्राई फ्रूट्स अधिक खाए जाएं तो ये सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। डाई फ्रूट्स में फ्रुक्टोज होता जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। वेट बढ़ाने के साथ ही दस्त, अपच आदि की भी दिक्कत हो सकती हैं।

ड्राई फ्रूट्स को पैक्स में लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए सल्फर डाइऑक्साइड प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है। अगर ऐसे ड्राई फ्रूट्स का सेवन लगातार भारी मात्रा में किया जाए तो यह एलर्जी, अस्थमाजैसे रोगों को उत्पन्न कर सकता है।

पढ़ने के लिए धन्यवाद! 

                                                                                                                                                                              रीना जैन

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