गुड़ के फायदे
भारत के ग्रामीण इलाकों में गुड़ का उपयोग चीनी के स्थान पर किया जाता है। गुड़ का उपयोग मूलतः दक्षिण एशिया में किया जाता है। गुड़ में कई तरह के आवश्यक मिनरल्स और विटामिन होते है। गुड में विटामिन A और विटामिन B,सुक्रोज, ग्लूकोज, आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, जस्ता, मैग्नेशियम और कॉपर जैसे तत्व पाए जाते हैं फास्फोरस की मात्रा अधिक रहती है।जो हमें कई बीमारियों से कोसों दूर रखते हैं। कहा जाता है कि गुड़ का रंग जितना गहरा होगा, उसका स्वाद भी उतना ही अच्छा होगा।
गुड़ का इस्तेमाल सर्दियों में सबसे ज्यादा किया जाता है। जबकि इसे साल भर खाया जा सकता है। वैसे तो गुड़ को गर्म तासीर का माना जाता है, लेकिन इसके पानी के साथ घोलकर पीने से यह शरीर में ठंडक प्रदान करता है, और गर्मी को नियंत्रित करता है।
एनीमिया
एनीमिया के दौरान शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं कम हो जाती है। इससे थकान और कमजोरी होने लगती है। शरीर में आयरन की कमी होने पर गुड़ काफी मदद करता है। गुड़ आयरन का एक अच्छा स्रोत है। एनिमिया के रोगियों के लिए भी गुड़ बेहद फायदेमंद होता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को डॉक्टर गुड़ खाने की सलाह देते हैं।
पीलिया
पीलिया हो जाने पर सोंठ में गुड़ मिलाकर एक साथ खाने से काफी लाभ मिलता है।
वजन कम
गुड़ खाने के फायदे में वजन कम करना भी शामिल है। दरअसल, गुड़ में फाइबर होता हैए जो चीनी की तुलना में धीरे-धीरे पचता है और शरीर में ऊर्जा को बनाए रखता है । इससे लंबे समय तक भूख शांत रहती है और व्यक्ति बार-बार खाने से बचता है । गुड़ में पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा होती है, जो वजन को नियंत्रित रखने में सहायक है।
एसिडिटी
गुड़ पेट की कई समस्याओं का रामबाण इलाज है। अगर गैस या एसिडिटी है तो गुड़ खाने से लाभ मलेगा। गुड़, सेंधा नमक और काला नमक मिलाकर खाने से खट्टी डकारों से छुटकारा मिल जाता है। भोजन के बाद गुड़ खाने से डाइजेशन अच्छा रहता है। गुड़ खाने से भूख भी खुलती है।
हिचकी
गुड़ हिचकी रोकने के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है, लेकिन इसे सूखे अदरक पाउडर के साथ ही प्रयोग करें। गुड़, सूखे अदरक पाउडर को लें गुड़ को पाउडर के साथ मिला लें और गर्म पानी के साथ इस मिश्रण को खाएं। हिचकी से छुटकारा मिल जाएगा । गला बैठ जाने और जकड़ जाने की स्थिति में पके हुए चावल में गुड़ मिलाकर खाने से बैठा हुआ गला ठीक होता है एवं आवाज भी खुल जाती है।
झाइयों, झुर्रियों और दाग-धब्बों
इस पैक को बनाने के लिए 1 चम्मच गुड़ पाउडर लें और उसमें 1 चम्मच टमाटर का रस, नींबू का रस और हल्दी की एक चुटकी मिक्स कर लें। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और लगभग 15 मिनट तक रहने दें। बाद में इसे सामान्य पानी से धो लें। गुड़ रक्त से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर कर, त्वचा की सफाई में मदद करता है, और रक्त संचार भी बेहतर करता है।
ब्लड प्रेशर
गुड़ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम भी करता है। खासतौर पर हाई ब्लड प्रेशर से परेशान लोगों को रोजाना गुड़ खाने की सलाह दी जाती है।
सर्दी-जुकाम
गुड़ सर्दी-जुकाम भगाने में काफी असरदार है। काली मिर्च और अदरक के साथ गुड़ खाने से सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है। खांसी से बचने के लिए चीनी के बजाए गुड़ खाना चाहिए। गुड़ को अदरक के साथ गर्म कर खाने से गले की खराश और जलन में राहत मिलती है इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी-जुकाम और खास तौर से कफ से राहत देने में मदद करेगा।
हड्डियों व जोड़ों में दर्द
जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर गुड़ का अदरक के साथ प्रयोग काफी लाभदायक सिद्ध होता है। प्रतिदिन गुड़ के एक टुकड़े के साथ अदरक खाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। गुड़ में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है। यह दोनों तत्व हड्डियों को मजबूती देने में बेहद मददगार हैं।
अस्थमा
अस्थमा के इलाज में गुड़ काफी लाभदायक होता है। गुड़ और काले तिल के लड्डू बनाकर खाने से सर्दी में अस्थमा की समस्या नहीं होती और शरीर में आवश्यक गर्मी बनी रहती है।इसके अलावा सांस संबंधी रोगों के लिए पांच ग्राम गुड़ को समान मात्रा में सरसों के तेल में मिलाकर खाने से सांस संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
एंटीऑक्सीडेंट
गुड़ को एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। मेडिकल रिसर्च की मानें तो गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है। यह प्रभाव शरीर में फ्री रेडिकल्स के असर को कम करके इनसे होने वाले नुकसान से बचाने का काम कर सकता है। दरअसल, गन्ने के जूस में मौजूद फेनोलिक घटक की वजह से गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव दिखाए देते हैं ।
कान में दर्द
कान में दर्द होने पर भी गुड़ काफी लाभदायक होता है। गुड़ को घी के साथ मिलाकर खाने से कान में होने वाले दर्द की समस्या ये निजात मिलती है
गुड़ का तरह-तरह से उपयोग
गुड़ को कई तरह से खाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है, जो इस प्रकार है
- गुड़ को सीधे खाया जा सकता है।
- गुड़ को रोटी के साथ खाया जा सकता है।
- इसे चाय में चीनी की जगह मिलाया जा सकता है।
- गुड़ और तिल को मिलाकर लड्डू बनाया जा सकता है।
- इसे हलवा बनाने में उपयोग किया जा सकता है।
- गुड़ से स्वादिष्ट गुलगुले भी बनाए जा सकते हैं।
- गुड़ का पुलाव बनाने के लिए चावल को दूध, मसाले, ड्राई फ्रूट और गुड़ से बनाया जाता है।
- चिक्की घर में भी बना सकते हैं। गुड़ और मूंगफली की चिक्की सबसे पॉपुलर है।
गुड़ के नुकसान
गुड़ के फायदे कई होते हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से गुड़ खाने के नुकसान भी हो सकते हैं।
- अधिक मात्रा में गुड़ खाने से इसमें मौजूद शुगर के कारण टाइप 2 मधुमेह रोग की समस्या बढ़ सकती है ।
- गुड़ ज्यादा खाने से दांत में कीड़े होने की समस्या हो सकती है।
- शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है।
- सूजन के दौरान भी गुड़ खाने से बचना चाहिए।
- गुड़ स्वभावतः गर्म तासीर का होता है जिससे गर्मियों में इसका ज्यादा इस्तेमाल कई लोगों के नाक से रक्त स्राव का कारण बन सकता है।
पढ़ने के लिए धन्यवाद !
इस ब्लॉग की जानकारी ज्ञान के उद्देश्य से है और इसमें कोई चिकित्सकीय सिफारिश शामिल नहीं है। सलाह का पालन करने से पहले एक प्रमाणित चिकित्सकसे परामर्श करें।
रीना जैन
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